दिल्ली-एनसीआर में आना-जाना लोगों के लिए आसान होने जा रहा है. दिल्ली से मेरठ के बीच अगले कुछ महीनों में हाईस्पीड ट्रेन दौड़ना शुरू कर देगी. दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे बनने के बाद अब एनसीआर के लोगों को देश की पहली रीजनल रैपिड रेल ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) की सुविधा मिलने जा रही है. श में पहली बार इन दोनों शहरों के बीच रैपिड ट्रांजिट सिस्टम आधारित ट्रेन चलाने की तैयारी की जा रही है. यह हाई स्पीड ट्रेन 100 किमी प्रति घंटे की स्पीड से लोगों को एक जगह से दूसरी जगह तक पहुंचा देगी.
बता दें कि बुधवार को देश की इस पहली रीजनल रेल का पहला कोच गाजियाबाद पहुंचा. रैपिड रेल के कोच गुजरात के प्लांट में बनाए जा रहे हैं. अत्याधुनिक यात्री सुविधाओं और सुपरफास्ट सफर कराने वाली इस ट्रेन के कोच, भारतीय रेलवे या दिल्ली मेट्रो के कोच से एकदम अलग हैं.नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन (NCRTC) के अधिकारियों ने बताया कि जल्द ही इस कोच का ट्रायल शुरू हो जाएगा. दुअधिकारियों ने बताया कि साहिबाबाद से दुहाई तक ट्रेन चलाने का काम अगले साल यानी 2023 से शुरू हो जाएगा.
इस ट्रेन (Delhi Meerut High Speed Train) में बैठकर आपको हवाई यात्रा जैसी फील आएगी. ट्रेन के अंदर हवाई जहाज जैसा होगा सिटिंग अरेंजमेंट होगा. ट्रेन में कुल 6 डिब्बे होंगे, जो आने वाले समय में बढ़ाकर 9 भी किए जा सकते हैं. इनमें से एक डिब्बा पूरी तरह से प्रीमियर क्लास होगा. इस ट्रेन में एक बार में कुल 1500 यात्री यात्रा कर सकेंगे. रैपिड रेल की आधुनिक कोच में मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग की जगह दी गई है. एक कोच में एंट्री और एक्जिट के लिए ऑटोमैटिक गेट होंगे और बाहर देखने के लिए कांच की खिड़की होगी. वहीं विकलांगो के लिए खास सुविधा देते हुए इसमें स्ट्रेचर ले जाने की भी जगह और सुविधा दी गई है.