सीएम योगी आदित्यनाथ जबसे दिल्ली से वापस आए हैं, तबसे कैबिनेट विस्तार की अटकलें तेज हो गई है. खबर है कि रक्षाबंधन के बाद योगी कैबिनेट का विस्तार हो सकता है. उम्मीद है कि नए कैबिनेट विस्तार में पांच से छह नए चेहरों को शामिल किया जाएगा. खबर ये भी है कि नए एमएलसी में से भी एक-दो को मंत्री बनाया जा सकता है.
दिल्ली में हुई हाईकमान की बैठक में इस बात पर मुहर लगी है कि विधान परिषद में खाली MLC के 4 सीटों के भरने के साथ ही कैबिनेट का विस्तार भी किया जा सकता है. गुरुवार को दिल्ली में हुई गृह मंत्री अमित शाह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, सीएम योगी आदित्यनाथ, प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह और सुनील बंसल की बैठक में नामों को लेकर भी चर्चा हुई. सूत्रों की मानें तो तय हुआ कि रक्षाबंधन से पहले एमएलसी के मनोनयन के लिए 4 नामों की लिस्ट सीएम राजभवन भेज देगे. एमएमलसी के मनोनयन के बाद कैबिनेट विस्तार किया जा सकता है.
योगी कैबिनेट में शामिल होने वाले चेहरों का लेकर तस्वीर थोड़ी साफ हुई है. भाजपा इस बार कैबिनेट विस्तार में अपने सहयोगी दलों को मौका दे सकता है. निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद और अपना दल के कार्यकारी अ ध्यक्ष आशीष पटेल को मौका मिल सकता है. साथ ही कांग्रेस पार्टी छोड़ भाजपा में शामिल हुए जितिन प्रसाद को कौबिनेट में जगह मिल सकती है. हालांकि एक बार फिर एके शर्मा के नाम चर्चओं में है. कहा जा रहा है कि संगठन में मौका मिलने के बाद अब एके शर्मा को कैबिनेट में भी जगह मिल सकता है.
खबर ये भी है कि सीएम योगी जल्द ही विधान परिषद के 4 सीटों के लिए एमएमसी के नामों की लिस्ट राजभवन भेज सकते है. इनमें से तीन नामों पर मुहर लगने के बाद उन्हें कैबिनेट में भी भेजा जा सकता है. योगी सरकार अगर जितिन प्रसाद और संजय निषाद को मंत्रीमंडल में शामिल करना चाहती है तो फिप इन्हें एमएमसी बनाना होगा. साथ ही बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष लक्ष्मीकांत बाजपेयी भी एमएलसी बनाने की चर्चा है. खबर है कि जल्द ही सीएम योगी 4 नामों की लिस्ट राजभवन भेज देंगे.
योगी मंत्रिमंडल में अभी कुल 53 मंत्री हैं. इनमें 23 कैबिनेट, नौ राज्यमंत्री और 21 राज्यमंत्री हैं. बताया जा रहा है मानक के अनुसार कुल 60 मंत्री बनाए जा सकते हैं. इस लिहाज से अभी सात और मंत्री बनाए जा सकते है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अब कुछ महीने ही बचे हैं. योगी सरकार और भाजपा इस समय पूरी तरह चुनावी तैयारी में जुटी है. इसी के तहत जातीय और अन्य समीकरण साधने के लिए मंत्रिमंडल विस्तार की तैयारी चल रही है.
Posted By Ashish Lata