लखनऊ : आयोध्या में राम मंदिर निर्माण कार्य के बीच में संत समाज की ओर से भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने की मांग उठने लगी है. अयोध्या में तपस्वी छावनी के जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज ने विवादास्पद मांग उठाते हुए कहा कि 2 अक्टूबर तक भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए, वरना जल समाधि ले लूंगा.
इसके साथ ही, जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज ने केंद्र सरकार से मुस्लिम और क्रिश्चन समुदाय के लोगों की नागरिकता समाप्त किए जाने की भी अपील की है. उन्होंने कहा, ‘मेरी यह मांग है कि भारत को 2 अक्टूबर तक हिंदू राष्ट्र घोषित किया जाए, वरना मैं सरयू नदी में जल समाधि ले लूंगा. उन्होंने कहा कि केंद्र को मुस्लिम और क्रिश्चन समुदाय के लोगों की नागरिकता भी खत्म करनी चाहिए.’
Ayodhya | I demand that India should be declared a ‘Hindu Rashtra’ by Oct 2 or else I'll take Jal Samadhi in river Sarayu. And Centre should terminate nationality of Muslims & Christians: Jagadguru Paramhans Acharya Maharaj (28.09) pic.twitter.com/QMAIkd6tLZ
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) September 29, 2021
बता दें कि जगद्गुरु परमहंस आचार्य महाराज तब आया है, जब 2022 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं. सभी पार्टियों के नेता अपनी-अपनी पार्टियों के लिए पूरे दमखम के साथ प्रचार अभियान में जुटे हैं. इससे पहले आम आदमी पार्टी (आप) और समाजवादी पार्टी ने जब अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा खरीदी गई जमीन पर सवाल उठाए थे, तो उन्होंने ट्रस्ट पर लगे आरोपों को गलत बताते हुए सपा और आप पर एक हजार करोड़ रुपये का मानहानि का मुकदमा करने की चेतावनी थी.
Also Read: Gyanwapi Mosque Case : ‘हटेगी मस्जिद, भारत बनेगा हिंदू राष्ट्र’, भाजपा विधायक ने कही ये बात
इस बीच, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने मंगलवार को सूरत में कहा कि हिंदुत्व एक वैचारिक व्यवस्था है जो सबको साथ लेकर चलती है और सबको साथ लाती है. भागवत सूरत शहर की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के दौरान 150 चुनिंदा आमंत्रितों को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि हिंदुत्व वह है जो सबको साथ लेकर चलता है, सबको साथ लाता है, सबको अपने भीतर जोड़ता है, और सबको समृद्ध बनाता है.