कान्हा के जन्मोत्सव पर पूरा ब्रज भक्ति के आनंद में डूबा नजर आ रहा है. पिछले साल कोरोना के चलते भक्तों को यहां आने का मौका नहीं मिला था, ऐसे में इस ब्रज में डेरा डालने के लिए भक्तों के आने का क्रम शुरू हो चुका है. मंदिर, मठों में तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है. वहीं बाजारों में भी रोनक देखते को मिल रही है. चारो ओर सिर्फ और सिर्फ लड्डू गोपाल ही नजर आ रहे हैं.
इस बार भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए जन्माष्टमी पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा. जन्माष्टमी के चलते मंदिरों की साफ-सफाई और भव्य सजावट का कार्य भी शुरू हो गया है. भक्त कृष्ण भगवान के लिए अलग-अलग तरह की पोशाकें खरीद रहे है. वहीं बृज तीर्थ विकास परिषद श्री कृष्ण जन्मोत्सव को आकर्षक बनाने के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है.
जन्माष्टमी को और खास बनाने के लिए 29 और 30 अगस्त को रामलीला मैदान में भगवान श्री कृष्ण की लीलाओं को दर्शाती पेंटिंग्स को लगाया जाएगा. जन्माष्टमी पर श्रद्धालु इन पेंटिंग्स को देख सकेंगे. ऐसी संभावना जताई जा रही है कि जन्माष्टमी के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मथुरा आ सकते हैं. इस दौरान वह रामलीला मैदान भी जाएंगे, जहां वह भगवान श्री कृष्ण से जुड़ी इन पेंटिंग्स को देख सकते हैं.
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भगवान श्री कृष्ण का जन्म का भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी को मध्यरात्रि को हुआ था. कृष्ण जी ने रोहिणी नक्षत्र में जन्म लिया था. इसीलिए अगर अष्टमी तिथि के दिन रोहिणी नक्षत्र होता है, तो यह एक बहुत ही शुभ और विशेष संयोग माना जाता है. ब्रज के मंदिरों, मठों और घर घर कृष्ण जन्माष्टमी की तैयारियां शुरु हो गईं हैं. कृष्ण भक्त जन्माष्टमी का व्रत रखकर भगवान श्री कृष्ण की पूजा-अर्चना करेंगे. जन्माष्टमी की खरीदारी को लेकर बाजार लगभग तैयार हो गया है. कान्हा की बांसुरी, पालना आदि सामान की खरीदारी शुरू हो गई है.
जानकारी के अनुसार जन्माष्टमी की रात 30 अगस्त को 12 बजे ठाकुरजी का महाभिषेक मंदिर सेवायत गर्भगृह में होगा. इसके दर्शन श्रद्धालुओं को नहीं होंगे. महाभिषेक के बाद 1.45 बजे मंदिर के पट खुलेंगे और 1.55 बजे मंगला आरती होगी. मंगला आरती के बाद 2 बजे छींटा देकर पर्दा डाल दिया जाएगा और 2 से सुबह 5.30 बजे तक ठाकुरजी के दर्शन होंगे. मंदिर में नंदोत्सव 31 अगस्त की सुबह 7.45 से 12 बजे तक होगा.
कोरोना के कारण पिछले साल बंद पड़ा बाजार इस बार जन्माष्टमी से पहले ही सज के तैयार हो गया है. बाजारों में भगवान श्रीकृष्ण के मुकुट पोशाक बिकना शुरू हो गया है. इस बार बाजारों में नई डिजाइन की पोशाकें आई है, जो भक्तों के मन को लुभा रही हैं. वहीं मिठाई की दुकान में भी तरहृतरह के व्यंजन देखने को मिल रहे हैं.
Posted By Ashish Lata