15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

Advertisement

Janmashtami 2022: श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 18 या 19 अगस्त को, जानें ज्योतिषाचार्य से कब होगी जन्माष्टमी पूजा?

अलीगढ़ के श्री गुरु ज्योतिष शोध संस्थान के अध्यक्ष व ज्योतिषाचार्य पंडित ह्रदय रंजन शर्मा ने प्रभात खबर को बताया कि ज्योतिष के अनुसार 18 अगस्त 2022 को रात्रि 9 बजकर 21 मिनट से अष्टमी तिथि शुरू होगी, जो 19 अगस्त 2022 की रात्रि 10 बजकर 59 मिनट तक रहेगी.

Janmashtami Shubh Muhurt: इस बार रक्षाबंधन को लेकर 11 या 12 अगस्त को मनाने जैसा संशय भाई-बहनों के बीच था, उसी प्रकार श्री कृष्ण जन्माष्टमी को लेकर भी कृष्ण भक्तों के बीच संशय बना हुआ है कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी 18 अगस्त को होगी या 19 अगस्त को? हालांकि, यूपी सरकार ने 19 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की है.

श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 19 अगस्त को

अलीगढ़ के श्री गुरु ज्योतिष शोध संस्थान के अध्यक्ष व ज्योतिषाचार्य पंडित ह्रदय रंजन शर्मा ने प्रभात खबर को बताया कि ज्योतिष के अनुसार 18 अगस्त 2022 को रात्रि 9 बजकर 21 मिनट से अष्टमी तिथि शुरू होगी, जो 19 अगस्त 2022 की रात्रि 10:59 तक रहेगी. उसी के तुरंत बाद नवमी तिथि शुरू हो जाएगी. श्री कृष्ण भगवान का जन्म अष्टमी और नवमी तिथि के मिलने पर हुआ था. इस बार ऐसा संयोग बन रहा है कि 19 अगस्त को अष्टमी और नवमी तिथि के मिलने के कारण श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई जाएगी.

Also Read: Kanpur News: कानपुर के इस्कॉन मंदिर में 19 अगस्त को मनाई जाएगी जन्माष्टमी, शुरू हुईं तैयारियां
जन्माष्टमी का पूजन ऐसे करें…

इस वर्ष जन्म कराने का मुहूर्त रात्रि में 10:54 बजे से 12:47 बजे के मध्य है. जन्म कराने के शुभ समय में भगवान के प्रकट होने की भावना करके रात्रि 12 बजे खीरे के अंदर लड्डूगोपाल की मूर्ति रखकर श्री कृष्ण का जन्म कराएं जन्म के बाद लड्डूगोपाल को स्नान वस्त्रादि कराकर आरती करें. पूजन में देवकी, वसुदेव, वासुदेव, बलदेव, नंद, यशोदा, और लक्ष्मी- इन सबका क्रमश: नाम जरूर लेना चाहिए. पुष्पाञ्जलि अर्पित करने के बाद नवजात श्रीकृष्ण का पूजन करें चन्द्रमा का पूजन करें फिर शंख में जल, फल, कुश, कुसुम और गन्ध डालकर दोनों घुटने जमीन में लगाएं औरचन्द्रमा को अर्घ्य देंचंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद अंत में पिसे भुने हुए धनिये की पंजीरी का प्रसाद वितरण कर भजन-कीर्तन, स्त्रोत-पाठादि करते हुए व्यतीत करे. फलहार के रूप में कुट्टू के आटे की पकौड़ी, मावे की बर्फ़ी और सिंघाड़े के आटे का हलवा बनाया जाता है.

Also Read: Krishna Janmashtami 2022: जन्माष्टमी पूजा में शामिल करें ये सामग्री, भगवान कृष्ण पूरी करेंगे मनोकामना
जन्माष्टमी पर सबसे ज्यादा गाया जाने वाला भजन

नन्द के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की

ब्रज में आनंद भयो जय यशोदा लाल की

नन्द के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की

हे आनंद उमंग भयो जय हो नन्द लाल की

गोकुल में आनंद भयो जय कन्हैया लाल की

जय यशोदा लाल की जय हो नन्द लाल की

हाथी, घोड़ा, पालकी जय कन्हैया लाल की

जय हो नन्द लाल की जय यशोदा लाल की

हाथी, घोड़ा, पालकी जय कन्हैया लाल की

हे आनंद उमंग भयो जय कन्हैया लाल की

हे कोटि ब्रह्माण्ड के अधिपति लाल की

हाथी, घोड़ा, पालकी जय कन्हैया लाल की

हे गौऐं चराने आये जय हो पशुपाल की

नन्द के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की

आनंद से बोलो सब जय हो ब्रज लाल की

हाथी, घोड़ा, पालकी जय कन्हैया लाल की

जय हो ब्रज लाल की

पावन प्रतिपाल की

हे नन्द के आनंद भयो

जय हो नन्द लाल की

Also Read: श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के लिए मथुरा में चाक-चौबंद हुई सुरक्षा व्यवस्था, बाहरी जिलों से भी मंगाई गई फोर्स

रिपोर्ट : चमन शर्मा

Prabhat Khabar App :

देश, एजुकेशन, मनोरंजन, बिजनेस अपडेट, धर्म, क्रिकेट, राशिफल की ताजा खबरें पढ़ें यहां. रोजाना की ब्रेकिंग हिंदी न्यूज और लाइव न्यूज कवरेज के लिए डाउनलोड करिए

Advertisement

अन्य खबरें

ऐप पर पढें