लखनऊ : गोरखपुर के एक होटल में कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की हत्या मामले में एसएचओ समेत 6 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है. इस बीच, खबर यह है कि कारोबारी मनीष गुप्ता के शव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है. इसमें सिर और चेहरे पर चोट के निशान पाए गए हैं. इसके साथ ही, शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोट के निशान पाए गए हैं.
इस मामले में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हस्तक्षेप के बाद प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है. कारोबारी मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हमारा सहयोग किया है। हमारी FIR दर्ज नहीं हो रही थी, उन्होंने हमारा केस दर्ज कराया है.
इसके साथ ही, कारोबारी की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने मांग की है कि जिस होटल में मेरे पति की हत्या हुई, उस होटल का लाइसेंस रद्द होना चाहिए और सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि होटल का मालिक फिर से कहीं और होटल ना बनाए. मैं होटल के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज करूंगी. होटल का मालिक अच्छा नहीं है. होटल का मालिक हमारे साथ सहयोग नहीं कर रहा है.
बता दें कि गोरखपुर में कानपुर के एक कारोबारी की पुलिस की पिटाई से मौत हो गई. कानपुर के रहने वाले 36 साल के रियल एस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता गोरखपुर गए हुए थे. वह दो दोस्तों के साथ एक होटल में थे. आरोप है कि होटल में रात में पुलिस गई और मनीष गुप्ता की बेवजह मारपीट की, जिससे उनकी मौत हो गई.
पहले पुलिस ने कई तरह के बयान दिए लेकिन फिर मनीष की पत्नी की शिकायत पर 6 पुलिस कर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इस मामले में जिन पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज किया गया है, उनमें एक थानाध्यक्ष भी शामिल हैं. इस घटना के बाद से सूबे में बवाल मचा हुआ है और विपक्षी पार्टियां सरकार पर हमलावर हो गई हैं.
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कांग्रेस महासचिव और उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने कानपुर के कारोबारी की कथित तौर पर पुलिसकर्मियों की पिटाई से मौत की घटना पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश पुलिस अपराधियों पर नरम है और आम लोगों के साथ बर्बर व्यवहार करती है. प्रियंका ने ट्वीट किया कि गोरखपुर में एक कारोबारी को पुलिस ने इतना पीटा कि उनकी मौत हो गई. इस घटना से पूरे प्रदेश के आमजनों में भय का माहौल बना हुआ है.