Lakhimpur Kheri News: उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी की घटना के बाद सोमवार को समाजवादी पार्टी सुप्रीमो अखिलेश यादव घटनास्थल पर जाने के लिए निकले. इसी बीच पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. इसके बाद जमकर हंगामा होने लगा. दरअसल, अखिलेश यादव धरने पर बैठे थे और सपा कार्यकर्ता हंगामा करने लगे. गाड़ियों में आग लगा दी गई. पुलिस ने एक्शन लेते हुए अखिलेश यादव को हिरासत में ले लिया. इसके बाद राज्य के कई जिलों से सपा कार्यकर्ताओं ने हंगामा शुरू कर दिया.
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को राजधानी लखनऊ में हिरासत में लिया गया. इसके बाद सपा कार्यकर्ताओं ने वाराणसी में जोरदार हंगामा शुरू कर दिया. महानगर अध्यक्ष युवजन सभा वाराणसी सत्यप्रकाश सोनू ने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार निरंकुश हो गई है. जनता के लोकतांत्रिक अधिकारों को कुचला जा रहा है. वहीं, समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने योगी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की. सपा महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा ने कहा कि बीजेपी का मतलब भारतीय जनविरोधी पार्टी है. बीजेपी के लोगों ने किसानों पर गाड़ी चढ़ाने दिया. जब पीड़ितों के आंसू पोछने के लिए अखिलेश यादव निकले तो उन्हें हिरासत में ले लिया गया. नाराज सपा कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति से योगी सरकार को बर्खास्त करने की मांग भी कर डाली.
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव को हिरासत में लिए जाने के बाद ताजनगरी आगरा में भी पार्टी कार्यकर्ताओं ने जोरदार हंगामा किया. सपा कार्यकर्ता फतेहाबाद रोड स्थित ऑफिस में जुटे और नारेबाजी शुरू कर दी. इस दौरान योगी सरकार को तानाशाह करार दिया गया. फतेहाबाद रोड स्थित कार्यालय में सपा जिलाध्यक्ष मधुसूदन शर्मा और महानगर अध्यक्ष वाजिद निसार भी धरने पर बैठे और सरकार का विरोध किया. इसके अलावा बरेली और प्रयागराज में भी विरोध हुआ.
सपा सुप्रीमो और सूबे के पूर्व सीएम अखिलेश यादव को हिरासत में लिए जाने के बाद चंदौली में भी पार्टी कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया. नाराज कार्यकर्ताओं ने मुगलसराय सपा कार्यालय और चकिया तिराहे पर प्रदर्शन शुरू कर दिया. इससे राहगीरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा. सूचना मिलने पर पुलिस पहुंची और कार्यकर्ताओं को समझाने की काफी कोशिश की. बाराबंकी में भी पूर्व कैबिनेट मंत्री अरविंद सिंह गोप के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने अखिलेश यादव को हिरासत में लेने का विरोध किया. प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस की तैनाती की गई थी.