Lucknow News: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ की कैबिनेट के समक्ष बुधवार को धर्मार्थ कार्य, पर्यटन, संस्कृति व भाषा विभागों की 100 दिवसीय कार्ययोजना का प्रेजेंटेशन रखा गया है. इस बीच कई अहम प्रस्तावों पर सीएम योगी अहम दिशा-निर्देश दिए. खासकर, उन्होंने लोक कल्याण संकल्प के तहत बुजुर्ग संतों, पुजारियों एवं पुरोहितों के लिए एक बोर्ड का गठन करने के आदेश दिए हैं.
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जानकारी के मुताबिक, सीएम योगी आदित्यनाथ संकल्प पत्र में किए गए वादों को पूरा करने की तैयारी कर रहे हैं. इसके लिए उन्होंने सभी मंत्रालयों को 100 दिनों का लक्ष्य भी दे दिया है. इसी के तहत बुधवार को मंत्रिपरिषद के समक्ष धर्मार्थ कार्य, पर्यटन, संस्कृति व भाषा विभागों की कार्ययोजना का प्रेजेंटेशन पेश किया गया. इस दौरान सीएम योगी ने कहा कि यूपी चिन्हित 12 परिपथ का विकास किया जाए. इसमें रामायण परिपथ, बुद्धिष्ट परिपथ, आध्यत्मिक परिपथ, शक्तिपीठ परिपथ, कृष्ण/ब्रज परिपथ, बुंदेलखंड परिपथ, महाभारत परिपथ, सूफी परिपथ, क्राफ्ट परिपथ, स्वतंत्रता संग्राम परिपथ, जैन परिपथ एवं वाइल्ड लाइफ एंड इको टूरिज्म परिपथ उत्तर प्रदेश में पर्यटन को नई पहचान देने की बात कही गई है.
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सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश दिवस की तर्ज पर जनपद, गांव एवं नगर के इतिहास के प्रमुख दिवस पर विशेष आयोजन कराने के आदेश दिए हैं. आगामी 100 दिनों में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुविधा के दृष्टिगत ऑनलाइन एकीकृत मंदिर सूचना प्रणाली का विकास किया जाना चाहिए. इसमें मंदिरों का विवरण, इतिहास, रूट मैप आदि की जानकारी हो. जनपद प्रयागराज, मथुरा, गोरखपुर एवं वाराणसी में ‘भजन संध्या स्थल तैयार कराया जाए. इसके अलावा अयोध्या धाम में जन्मभूमि पथ (सहादतगंज नया घाट मार्ग से सुग्रीव किला पथ श्रीरामजन्मभूमि तक ‘जन्मभूमि पथ’ तथा अयोध्या मुख्य मार्ग से हनुमानगढ़ी होते हुए श्रीरामजन्मभूमि तक ‘भक्ति पथ’ फोर लेन मार्ग के निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूरा करने के आदेश दिए गए हैं.