लखीमपुर खीरी (UP Vidhan Sabha Chunav 2022, यूपी) : कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पसगवां कांड की पीड़ित सपा प्रत्याशी व उनकी प्रस्तावक से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी और कहा कि हर हाल में उन्हें न्याय दिलाकर रहेंगी. करीब 20 मिनट तक चली मुलाकात में उन्होंने दोनों महिलाओं को गले भी लगाया और ब्लॉक प्रमुख चुनाव रद्द करने की मांग की. प्रियंका के बिना पूर्व सूचना के पहुंचने और महिलाओं के मिलने से सपा असहज स्थिति में थी.
प्रियंका गांधी ने यूपी सरकार को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि 8 जुलाई को ब्लॉक प्रमुख के नामांकन के दौरान महिला प्रत्याशी से बदसलूकी की जाती है और पुलिस खड़ी देखती रहती है. उन्होंने कहा कि जिस अकेले सीओ ने पीड़िताओं को बचाने की कोशिश की सरकार ने उसे ही निलंबित कर दिया. बाकी अधिकारी जो खड़े थे उन पर कोई कार्रवाई नहीं की.
चुनाव प्रक्रिया पर उठाए सवाल : पसगवां कांड में पीडि़ताओं से मिलने के बाद प्रियंका गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा कि छोटी सी बात पर चुनाव रद्द कर दिया जाता है यहां इतना कुछ हो गया फिर भी चुनाव रद्द नहीं हुआ. प्रियंका गांधी में कहा कि ऐसी स्थिति में चुनाव रद्द होना चाहिए. उन्होंने शासन और प्रशासन की नीयत पर सवाल उठाए. बातचीत के दौरान प्रियंका ने सवाल करते हुए सरकार से पूछा कि क्या 10 लोगों को लेकर कोई भी मारपीट कर चुनाव जीत लेगा. क्या इन महिलाओं को अधिकार नहीं है चुनाव लड़ने का.
पंचायत चुनाव में हुई हिंसा पर सवाल उठाते हुए प्रियंका गांधी ने कहा कि पंचायत चुनाव में जीत पर पीएम मोदी और योगी तारीफ़ करते हैं लेकिन उनको यहां की सच्चाई नज़र नहीं आती जबकि घटना के वीडियो सामने आए हैं. दो महिलाओं से बदसलूकी होती है और प्रशासन मौन रहता है. प्रियंका गांधी ने कहा की लगभग हर जिले में कुछ न कुछ हुआ है. कहीं हिंसा हुई है, कहीं बम फूटे हैं और कहीं महिलाओं के साथ ज़्यादती हुई है और प्रधानमंत्री जी पंचायत चुनाव की जीत पर मिठाई बांटते हैं. यह लोकतंत्र की हत्या नहीं तो और क्या है ?
पसगवां ब्लॉक में सांसद रेखा वर्मा के समर्थकों पर आरोप लगा था कि उन्होंने नामांकन से रोकने की कोशिश में सपा की महिला प्रत्याशी और उसके प्रस्ताव से बदसलूकी की थी. उनकी साड़ी खींची गई. आरओ के हाथ से छीनकर नामांकन पत्र तक फाड़ दिए गए थे.
सपा जिलाध्यक्ष रामपाल सिंह यादव ने बताया कि उन्हें प्रियंका गांधी के आने की कोई जानकारी नहीं थी और न ही उनकी महिला प्रत्याशी को. उन्होंने बताया कि कल रात कप्तान ने खुद घर जाकर पीड़िता को सूचना दी. प्रियंका के महिला प्रत्याशी से मिलने आने की खबर के बाद सपा के पीड़िता को पूर्व जिला उपाध्यक्ष क्रान्ति सिंह के घर पर बुलवा लिया गया. यहां पर पुलिस भी पहुंच गई. प्रियंका के दौरे से सकते में आये क्रांति सिंह का कहना है कि उनके घर पर सपा का झंडा लहरा रहा है और वह सपाई ही हैं. प्रियंका गांधी जबरन आई हैं, घर आये मेहमान को रोका नहीं जा सकता. कांग्रेस अध्यक्ष प्रहलाद पटेल का कहना है कि प्रियंका गांधी मानवता और इंसानियत के नए उनसे मिलने आई हैं.