Lucknow News: यूपी के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गुरुवार को बीजेपी विधानमंडल दल की मैराथन बैठक में सर्वसम्मति से नेता चुन लिया गया है. इस बैठक में सबसे पहले प्रस्ताव सुरेश खन्ना ने रखा था. इस प्रस्ताव पर भाजपा के सभी 255 विधायकों ने एक सिरे से सहमति जताई. अब योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश की 18वीं विधानसभा में मुख्यमंत्री के पद काबिज होंगे. इस महाबैठक में पर्यवेक्षक की भूमिका में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और सह पर्यवेक्षक रघुवरदास रहे. 255 नवनिर्वाचित विधायक भी इसमें मौजूद रहे. अब योगी सूबे की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के समक्ष सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे.
विधानमंडल की दल बैठक में यूपी के कार्यवाहक सीएम योगी आदित्यनाथ को दोबारा विधानमंडल का नेता चुनने के बाद बीजेपी के सहयोगी दलों ने भी अपना समर्थन पत्र सौंप दिया. भाजपा ने यूपी में विधानसभा चुनाव 2022 में निषाद पार्टी और अपना दल (एस) के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था. बैठक में सर्वसम्मति से नेता चुने जाने के बाद दोनों ही सहयोगी दलों ने अपना सहमति पत्र उन्होंने योगी आदित्यनाथ के हाथों में सौंप दिया. इसके बाद उन्होंने बैठक को संबोधित किया.
भाजपा विधायक दल की बैठक
लाइव देखें-https://t.co/mwW27UmJ2e— BJP Uttar Pradesh (@BJP4UP) March 24, 2022
इसके बाद बैठक को संबोधित करते हुए यूपी के कार्यवाहक मुख्यमंत्री सीएम योगी आदित्यनाथ ने भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवरदास, यूपी चुनाव प्रभारी एवं केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, राधामोहन सिंह, प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, अपना दल और निषाद पार्टी के अध्यक्षों के प्रति अपना आभार जताया. इसके अलावा उन्होंने डिप्टी सीएम डॉ. दिनेश शर्मा एवं सभी नवनिर्वाचित 255 विधायकों का आभार जताते हुए पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को धन्यवाद कहा.
उन्होंने कहा, ‘यूपी की 18वीं विधानसभा के लिए मुझे विधानमंडल दल का नेता चुना गया है. सुरेश खन्ना जी के प्रस्ताव को आपने जिस तरह से समर्थन किया है, उसके लिए मैं आप सबका आभार प्रकट करता हूं.’ उन्होंने कहा कि यूपी में ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई यूपी में 5 साल तक काम करने के बाद दोबारा सीएम चुना गया है. ऐसा इसीलिए संभव हो सका क्योंकि 2017 में जनता से जो वादा किया गया था, उसे साकार करके दिखाया गया. उन्होंने कहा कि शासकीय कार्य कैसे होने हैं, इसका भी जिम्मा उठाना चाहिए. भाजपा ने इसे साकार किया. केंद्रीय योजनाओं को लागू करने में भी यूपी अग्रणी रहा है. पहली बार ऐसा हुआ कि यूपी के गरीब के बैंक खातों में सीधे रुपया जा रहा है.
उन्होंने कहा कहा कि 2014 में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक संगठन की मजबूत नींव रखी थी. राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में उनके व्यापक दौरे किए. इसकी वजह के उत्तर प्रदेश में भाजपा मजबूत होकर आई है. उन्होंने कहा कि यूपी में समाज के प्रत्येक तबके के लिए जो उनकी अपेक्षा है, उसे पूरा करना होगा. उन्होंने नवनिर्वाचित विधायकों से कहा कि यूपी की जनता की हर जरूरत को पूरा करने के लिए एक टीम वर्क के साथ काम करना होगा. उत्तर प्रदेश आज तमाम मामलों में अग्रणी राज्य बनकर उभरा है. यूपी के प्रत्येेक नागरिक के जीवन में बदलाव लाने के लिए सबको पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में काम करना होगा.