लातेहार जिला के नेतरहाट वन प्रक्षेत्र के जंगलों में हाथियों का उत्पात पिछले तीन दिनों से चरम पर है. जहां वन क्षेत्र के हुसंबु गांव में मंगलवार शाम को जंगली हाथियों के झुंड द्वारा किए गए हमले में एक बच्चे की मौत हो गई. वहीं, बच्चे की मां और भाई गंभीर रूप से घायल हो गए. साथ ही हाड़ीबार समेत अन्य गांवों में 19 घरों को ध्वस्त भी कर दिया. इस संबंध में रेंजर वृंदा पांडेय ने बताया कि मृत बच्चे के पिता को तत्काल मदद के रूप में 25 हजार रुपये दिए गये. साथ ही घायलों के इलाज के लिए 10 हजार रुपये दिये गये.
उन्होंने कहा कि जल्द ही मृतक के परिजनों को मुआवजा का भुगतान भी किया जाएगा. वहीं, थाना प्रभारी बंधन भगत ने हुसंबु गांव पहुंचकर बच्चे के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए लातेहार भेज दिया. हाथियों के आतंक से ग्रामीण इतने परेशान है कि अब वो अपने घरों को छोड़ कर प्राथमिक स्कूलों में शरण लेने को मजबूरहै. गांव के करीब 150 परिवार पिछले 3 दिनों से किसी तरह स्कूल में रहने को मजबूर है. खुले आसमान के नीचे कपकपाती ठंड में किसी तरह अलाव जलाकर ये अपना गुजारा कर रहे है. ग्रामीणों की परेशानी के आगे हाथियों को गांव से बाहर निकालने का सारा प्रयास भी विफल साबित हो रहा है.