कानपुर मे एक बड़े तेल व्यापारी के 36 ठिकानों पर डेढ़ सौ से अधिक आयकर अफसरों की टीम ने गुरुवार को एक साथ छापेमारी की. कानपुर के सिविल लाइन, शक्करपट्टी समेत 20 और मध्य प्रदेश के 15 प्रतिष्ठानों पर एक साथ आईटी की टीम ने कार्रवाई की. कानपुर स्थित आवास, कार्पोरेट कार्यालय,फैक्टरी में कार्रवाई की गई है. सुबह छह बजे से कार्रवाई जारी है. आयकर विभाग की ओर से इस संबंध में फिलहाल कोई जानकारी नहीं दी गई है. बताया जा रहा है कि आयकर विभाग की टीम को तेल कंपनी के संबंध में कुछ अहम जानकारी मिली थी, इसके आधार पर देशभर में एक साथ ये छापेमारी की गई है.
सिविल लाइन स्थित तेल कंपनी की कोठी 5 मंजिला बेहद आलीशान बनाई गई है. सूत्रों के मुताबिक यहां 2 दर्जन से अधिक आयकर अधिकारी मौजूद हैं. आयकर अधिकारियों ने तब छापेमारी की है, जब कंपनी के दोनों डायरेक्टर इसी आलीशान कोठी में मौजूद हैं. बता दें कि खाद्य तेल कंपनी में वनस्पति तेल, फूड आइटम्स और पैकेजिंग का काम होता है.
कानपुर देहात के रनियां क्षेत्र में खाद्य तेल कंपनी की सबसे बड़ी फैक्ट्री है. रनियां स्थित फैक्ट्री में भी आयकर की टीम मौजूद है. कंपनी ने फैक्ट्री के आसपास भी 1000 एकड़ से ज्यादा जमीनों की खरीद फरोख्त की है. वहीं आयकर सूत्रों के मुताबिक कंपनी में बड़े पैमाने पर आयकर चोरी की जा रही थी. करीब 1 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का आयकर चोरी की बात फिलहाल सामने आ रही है. हालांकि अधिकारियों ने दस्तावेजों को खंगालना शुरू कर दिया हैं.
कानपुर में इसी खाद्य तेल कंपनी के ठिकानों पर 30 दिसंबर 2021 को भी DGGI लखनऊ के छापे में आईटीसी (इनपुट टैक्स क्रेडिट) में बड़ी गड़बड़ी पकड़ी गई थी.चार साल पुराने इस मामले में कंपनी के मालिक सुनील गुप्ता और सुरेश गुप्ता भी फंसे थे. वर्ष 2019 में डीआरआई ने (राजस्व खुफिया निदेशालय) ने मयूर वनस्पति पर छापा मारकर कंपनी के एक निदेशक को गिरफ्तार भी किया था.