जेनेवा : पाकिस्तान के बढ़ते अत्याचारों से तंग आ चुके बलूचों ने एक बार फिर पाक के खिलाफ प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में बलोच कश्मीरी पश्तून और अन्य संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया. पाक अत्याचारों के खिलाफ बलूचों की आवाज तेज होती जा रही है.
इस संबंध में में द बलूच वॉयस एसोसिएशन ने यहां आइकॉनिक ब्रोकेन चेयर के सामने प्रदर्शन किया. वे यूनाइटेड नेशंस ह्यूमन राइट्स काउंसिल के 35वें सत्र के दौरान सड़कों पर उतर आये. उन्होंने बलूच और पश्तून लोगों के खिलाफ पाक अत्याचारों को बयां किया. इस प्रदर्शन में बलोच कश्मीरी पश्तून और उइघुर के प्रतिनिधियों ने भी हिस्सा लिया.
प्रदर्शनकारियों ने प्रस्तावित पाकिस्तान-चीन इकोनाॅमिक काॅरिडोर निर्माण पर भी विरोध जताया. उन्होंने आरोप लगाया कि पाकिस्तान 1948 में अवैध रूप से बलूचिस्तान पर कब्जा कर लिया और पंजाबी-बहुल राज्य सरकार ने अपने मकसद से क्षेत्र को विकसित नहीं होने दिया. उन्होंने यह भी कहा कि आजादी की मांगों को दबाने के लिए क्षेत्र के लोगों पर पाकिस्तान ने क्रूरताकी कार्रवाई अपनायी.
प्रदर्शनकारी बलोच संगठनों ने यूनाइटेट नेशंस से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर, गिलगित बाल्टिस्तान समेत तमाम क्षेत्रों में हो रहे मानवाधिकार उल्लंघनों पर ध्यान देने कीगुजारिश की.