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जानिए किन ‘50 स्मार्ट’ कंपनियों ने एशियाई उद्यमों में जमायी धाक

जारी की दुनिया की ‘50 स्मार्ट’ कंपनियों की सूची एमअाइटी यानी मेसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी द्वारा हाल ही में टेक्नोलॉजी रिव्यू के तहत दुनिया की प्रमुख ‘स्मार्ट 50’ कंपनियों की सूची जारी की गयी है. चीन की सात और ताइवान की दो व भारत की एक कंपनी समेत इस सूची में एशिया से 10 कंपनियों […]

जारी की दुनिया की ‘50 स्मार्ट’ कंपनियों की सूची

एमअाइटी यानी मेसाच्युसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी द्वारा हाल ही में टेक्नोलॉजी रिव्यू के तहत दुनिया की प्रमुख ‘स्मार्ट 50’ कंपनियों की सूची जारी की गयी है. चीन की सात और ताइवान की दो व भारत की एक कंपनी समेत इस सूची में एशिया से 10 कंपनियों को शामिल किया गया है.

इन कंपनियों ने इनोवेटिक तकनीकों के सहारे प्रभावी कारोबारी मॉडल तैयार किया है. आश्चर्यजनक रूप से इसमें एशिया के तकनीकी रूप से उन्नत देशों- जापान, दक्षिण कोरिया और सिंगापुर को नहीं शामिल किया गया है. यहां ‘स्मार्ट’ का अर्थ पिछले एक वर्ष में रोजगार के नये मौके सृजित करने से संबंधित है. इस सूची में शामिल एशिया की इन्हीं 10 कंपनियों और उनकी कार्यप्रणाली के बारे में बता रहा है आज का स्टार्टअप पेज …

फ्लिपकार्ट प्रतिस्पर्धी अमेजन को छोड़ा पीछे

भारत में इस स्टार्टअप को वर्ष 2016 में इसके वैश्विक प्रतिस्पर्धी अमेजन से कड़ी टक्कर मिली थी. लेकिन यह न केवल स्वयं अपना अस्तित्व कायम रखने में कामयाब रही, बल्कि माइक्रोसॉफ्ट समेत कई अन्य कंपनियों से 1.4 अरब डॉलर की फंडिंग पाने में इसे सफलता मिली. वहीं दूसरी आेर, भारत में इसका प्रमुख प्रतिस्पर्धी स्नैपडील ने इसके सामने घुटने टेक दिये. एमआइटी टेक्नोलॉजी रिव्यू के मुताबिक, अमेजन ने इकॉमर्स कारोबार में भारत में अपने प्रसार की भरपूर कोशिश की, लेकिन इस प्रतिस्पर्धा में फ्लिपकार्ट ने बाजी मार ली.

अलीबाबा क्लाउड सर्विस में अमेजन को चुनौती

अलीबाबा वाकई में दुनिया की सबसे बड़ी इकॉमर्स कंपनी है. इसमें 57 फीसदी शेयर चीन के बाजार का है और इसका मूल्य करीब 364 अरब डाॅलर है. क्लाउड कंप्यूटिंग सेवाओं में अब यह अपने वैश्विक प्रतिस्पर्धी अमेजन को कड़ी टक्कर दे रहा है. अलीबाबा अब अन्य कंपनियों के लिए क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर की सेवाएं मुहैया करा रहा है.

एंट फाइनेंशियल वैश्विक बाजार तक फैलाव

अपनी मोबाइल पेमेंट सेवाओं को विस्तार देने के लिए अलीबाबा ने वर्ष 2014 में एंट फाइनेंशियल के रूप में एक पृथक कंपनी की शुरुआत की. 45 करोड़ सक्रिय यूजर्स के साथ एंट अब चीन का सबसे बड़ा मोबाइल पेमेंट सर्विस प्राेवाइडर बन चुका है. भारत, सिंगापुर और थाइलैंड समेत अमेरिका में यह फिनटेक कंपनियों में निवेश कर रहा है, इसलिए कहा जा सकता है कि यह वैश्विक बाजार में फैल रहा है. एंट फाइनेंशियल ने इंश्योरेंस क्लेम प्रोडक्ट जैसे नये उत्पादों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का निर्माण किया है, जो दुर्घटनाओं की तसवीरों को स्मार्टफोन से लेने की मशीन लर्निंग प्रक्रिया को विकसित कर रहा है.

बाइडू आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की ओर

सिलिकॉन वैली के एक प्रमुख स्टार्टअप से संबंध खत्म होने के कारण पिछले दिनों चीन की इस कंपनी को बड़ा झटका लगा, लेकिन राजस्व में कमी आने के बावजूद इसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रिसर्च में निवेश जारी रखा. मौजूदा समय में बाइडू चीन के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जुड़े राष्ट्रीय मिशन का प्रतिनिधित्व कर रहा है. साथ ही, इसने ड्राइवरलेस कार की पहल करने वाले एक कंप्यूटर विजन स्टार्टअप का अधिग्रहण भी किया है.

टेनसेंट : टेनसेंट का सोशल नेटवर्किंग एप वीचैट का मॉडल उबर और एयरबीएनबी जैसी कई कंपनियों ने अपनाया है. यह एक ऑल-इन-वन एप है, जो चैट, इकॉमर्स, पेमेंट्स, गेम्स, म्यूजिक और वीडियोज जैसे खासियतों से सज्जित है. इसके व्यापक इस्तेमाल का दायरा इसके यूजर्स की संख्या को बढ़ाने और मौजूदा यूजर्स को बनाये रखता है. वीचैट के मासिक सक्रिय यूजर्स का आंकड़ा एक अरब की संख्या को पार कर गया है, जिन्होंने इस एप का रोजाना औसतन 90 मिनट इस्तेमाल किया है.

आइफ्लाइटेक :

वॉइस-एक्टिवेटेड सिस्टम

चीन के बाजार में वॉइस-एक्टिवेटेड सिस्टम्स में आइफ्लाइटेक का दबदबा कायम है. इसका इस्तेमाल कार, घरेलू उपकरणों और रोबोट में किया जाता है. बिल्ट-इन इंस्टेंट ट्रांसलेशन के साथ शैक्षिक उत्पाद को विकसित करने के लिए इसने ज्वॉइंट वेंचर भी तैयार किया है. अपने मकसद को विस्तार देने के लिए इसने एक फंड की स्थापना की है, जिसके जरिये इसने दुनियाभर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस स्टार्टअप्स में निवेश किया है.

फेस : फर्स्ट फेसियल रिकग्निशन यूनिकॉर्न

यह फर्म इनसान के फेस को 106 तरीकों से विश्लेषित करता है. अलीपे द्वारा इसका सॉफ्टवेयर इस्तेमाल किया जाता है, जिसके यूजर्स अपनी फेस आइडी के जरिये लॉग इन करते हैं. राइड-शेयरिंग कंपनी डीडी चुक्सिंग अपने ड्राइवर्स की पहचान के लिए इसका इस्तेमाल करती है और स्मार्टफोन एप बनानेवाली मेइटू फोटो-रीटचिंग फीचर्स के लिए इसे इस्तेमाल में लाती है.

फॉक्सकॉन : फॉक्सबोट्स के साथ ऑटोमेशन

ताइवान की यह कंपनी आइफोन समेत चीन में स्मार्टफोन के कॉन्ट्रेक्ट मैन्यूफैक्चरिंग में अगुआ है. अब यह अन्य बाजारों में भी फैल रहा है. इसकी योजना भारतीय बाजार में प्रवेश की भी है. यह रोबोट बनाने में भी जुटा है, जो श्रम की लागत को कम कर सकता है. इसके बनाये अब तक करीब 40,000 फॉक्सबाॅट्स काम कर रहे हैं.

एचटीसी : वर्चुअल रियलिटी

ताइवान की यह कंपनी स्मार्टफोन के कारोबार से आगे बढ़ते हुए अब वर्चुअल रियलिटी पर फोकस पर फोकस कर रही है. वाइव मोशन ट्रैंकिंग सिस्टम के सहारे यूजर्स वर्चुअल दुनिया का अहसास कर सकते हैं. गूगल के साथ इसने एक ऐसे अनोखे वर्चुअल रियलिटी हेडसेट को विकसित करने का करार किया है, जिसके लिए स्मार्टफोन की जरूरत नहीं होगी.

डीजेआइ : कम लागत वाला पोर्टेबल ड्रोन

शेनझेन आधारित यह फर्म आम लोगों के लिए कम लागत में छोटे ड्रोन का निर्माण करती है. इसने ऐसे ड्रोन बनाये हैं, जिन्हें बैग में पैक करके रखा जा सकता है और जरूरत के वक्त इस्तेमाल में लाया जा सकता है.

कामयाबी की राह

ग्राहकों की जरूरतों को समझना सबसे जरूरी

कारोबार की कामयाबी के लिए इसके अनेक पहलुओं का समग्रता से सफल होना जरूरी होता है. चूंकि ज्यादातर उद्यमी स्वयं ग्राहक से ज्यादा रूबरू नहीं हो पाते हैं, लिहाजा वे उनकी जरूरतों को सटीक रूप से नहीं जान पाते हैं. या फिर ग्राहक उनके उत्पाद में क्या नया व बदलाव चाहते हैं, इसे भी उन्हें समझना चाहिए. एक उद्यमी को हमेशा यह याद रखना चाहिए कि ग्राहक को जब तक यह महूसस होगा कि इस डील में उसकी जीत हुई, तब तक ही वह आपसे जुड़ा रहेगा. और ग्राहक की जीत में ही उद्यमी की जीत है, क्योंकि ग्राहक जब तक उससे जुड़ा है, तब तक ही उसका कारोबार फलेगा-फूलेगा. हालांकि, इस संदर्भ में अनेक तथ्य हैं, जिन पर विचार किया जाना बेहद जरूरी है, लेकिन यहां हम इनमें से कुछ के बारे में जानने का प्रयास करेंगे :

अपनाएं नैतिक तरीका :

अपनी शर्तों पर उद्यमी कुछ समय के लिए तो डील में जीत हासिल कर सकते हैं, लेकिन यदि ग्राहक बाद में खुद को ठगा महसूस करेगा, तो वह दोबारा कभी उसके पास नहीं आयेगा. इतना ही नहीं, अन्य बहुत से लोगों को भी आपके अनैतिक व्यवहार के बारे में बतायेगा.

इसलिए यह सुनिश्चित करें कि आपका ग्राहक इस बात पर यकीन करे कि उसे बेहतर मोलभाव के जरिये अच्छी गुणवत्ता हासिल हुई है और बिक्री के बाद भी उसे अच्छी सेवा का प्रस्ताव दिया गया है. जाहिर है, आपको अपना मुनाफा कमाने की भी जरूरत है, लेकिन इसके लिए आपको नैतिकता से कभी समझौता नहीं करना चाहिए.

ग्राहकों की संतुष्टि

ज्यादातर उद्यमी इस तरह के मसलों के प्रति जागरूक हुए हैं और उन्होंने यह महसूस किया है कि उनके प्रबंधन का तरीका इस ओर सकारात्मक होना चाहिए, क्योंकि बाजार में कंपनी का अस्तित्व तब ही कायम रहेगा और अच्छा मुनाफा तब ही मिलेगा, जब ग्राहक संतुष्ट बने रहेंगे. इसलिए इसकी प्राथमिकता सबसे जरूरी है़

स्टार्टअप क्लास

विविध शैक्षणिक संस्थाओं से जुड़ कर नागरिक अधिकारों की जानकारी का कारोबार

ऋचा आनंद

बिजनेस रिसर्च व एजुकेशन की जानकार

– अपने नागरिक अधिकारों को जानने के लिए लिहाज से कानून के प्रति लोग ज्यादा जागरूक हो रहे हैं. क्या स्पेशल क्लास के जरिये कुछ प्रेजेंटशन के माध्यम से संबंधित कारोबार शुरू किया जा सकता है? अपने विचार साझा कीजिये.

मौजूदा परिस्थितियों के लिहाज से आपका सवाल तर्कसंगत है. आम नागरिक न केवल अपने अधिकारों से अनभिज्ञ है, बल्कि सरकार द्वारा दी जा रही विशेष सुविधाओं से भी अनजान है.

ऐसी स्थिति में वे कई तरह के लाभ से वंचित रह जाते हैं और उनके लिए बनी सरकारी स्कीम उन तक नहीं पहुंच पाती. अगर आप सिर्फ नागरिक अधिकारों पर अपना ध्यान केंद्रित करेंगे, तो शायद कारोबार की नजर से आपका स्कोप संकुचित हो सकता है. मेरी राय है कि आप नागरिक अधिकारों के साथ अन्य सरकारी लाभकारी स्कीम को भी अपने प्रेजेंटेशन या क्लास में शामिल करें. ऐसा करने से आप नागरिकों को कई चरण में क्लासेज से जोड़ सकते हैं और उन्हें ज्यादा वैल्यू मुहैया करा सकते हैं.

इस काम को सफल बनाने के लिए आपके पास नागरिक अधिकारों की पूरी जानकारी होनी चाहिए.

इसके लिए आप इस फील्ड के एक्सपर्ट्स को अपने अनुबंध पर या तो कोर्स डिजाइन करने के लिए रख सकते हैं या उनसे क्लास कंडक्ट करा सकते हैं. सरकारी सुविधाओं और स्कीम के जानकारी के लिए आपको संबंधित जानकारी सरकारी वेबसाइट या सरकार के जनसंपर्क विभाग से मिल सकती है.

इन क्लासेज को आप अलग-अलग शैक्षणिक संस्थाओं से जुड़कर लोगों तक पहुंचा सकते हैं. साथ ही आप अपने क्लासेज को मोबाइल बना कर अलग-अलग आवासीय इलाकों से जुड़ कर चला सकते हैं, जिससे आपके कारोबार की ग्राहकों में पहुंच भी बढ़ेगी और आपके कारोबार का प्रचार भी होगा. आप अपने प्रेजेंटेशन को जितना रुचिकर व समृद्ध बना पायेंगे, उतना लोगों को आकर्षित कर पायेंगे.

मौसम की विविधता वाले शहरों में ऊर्जा खपत कम करने का व्यवसाय

– विकसित देशों में घरों में हीटिंग व कूलिंग के सही तरीके बताते हुए ऊर्जा खपत कम करने की सलाह देने का अच्छा कारोबार होता है. क्या महानगरों में इसकी गुंजाइश है? यदि हां, तो कैसे और नहीं, तो क्यों?

अभी इस कारोबार को तूल पकड़ने में समय लगेगा. इसका कारण है कि देश में व्यक्तिगत रूप से कंसल्टेंसी पर पैसे खर्च करने को बहुत कम लोग तैयार होते हैं. दूसरी चीज आपके सुझाव ऐसे महानगरों में अधिक प्रासंगिक होंगे, जहां हर मौसम अपना प्रभाव दिखाता है. इस कारोबार को स्थापित करने के लिए आपको इंटीरियर डिजाइनिंग वाली कंपनियों के साथ साठगांठ करनी होगी, जिससे आप एक ही कांट्रैक्ट के अंदर अपनी विशेषज्ञता के जरिये नेचुरल टेंपरेचर कंट्रोल के तरीके लागू करवा सकें. आपके सुझाव इमारत के बनावट, इमारत के खिड़कियों की दिशा, हवा का प्राकृतिक बहाव आदि के अध्ययन के अनुसार निर्भर करेंगे.

आपका प्रपोजल बिल्डिंग के निर्माण के चरण पर भी निर्भर करता है. यदि मकान या अपार्टमेंट अभी निर्माण के शुरुआती चरण में है, तो आप निर्माण में इस्तेमाल होने वाली चीजों में भी बदलाव सुझा सकते है, जिससे ऊर्जा खपत में कमी आयेगी. अगर मकान या अपार्टमेंट पहले से ही बन चुका हो और आपको इंटीरियर डिजाइनिंग के चरण में जुड़ने का मौका लगे, तो आप निर्माण के अनुसार अपने सुझाव और उपाय दे सकते हैं.

आपको अपने कारोबार को सफल बनाने के लिए, अलग-अलग उपायों का अध्ययन करना होंगे, जिससे आप हर मौसम से जुड़े पहलू को अपने उपाय में मिला सकें. उदाहरण के तौर पर, दिल्ली में गर्मी और सर्दी दोनों ही चरम पर होती है और इसलिए आपके द्वारा सुझाये उपाय से दोनों ही सूरत में ऊर्जा खपत में कमी आनी चाहिए. ऐसा न होने पर, आपका उपाय अधूरा माना जा सकता है और वर्ड ऑफ माउथ आपके खिलाफ जा सकती है. निर्माण की सामग्री और इंटीरियर एलाइनमेंट के अलावा आप अन्य सुझाव पर भी काम कर सकते हैं, जैसे बिजली के बदले गैस का प्रयोग, सोलर एनर्जी का सेटअप आदि.

त्यौहार और पूजा सामग्री का ऑनलाइन उद्यम

– देश में हर मौसम में अलग त्यौहार आते हैं, जिनमें लोगों को पूजा की सामग्री और त्यौहार से जुड़ी खान-पान की चीजों की जरूरत होती है. इनके सप्लाई का ऑनलाइन कारोबार कैसा रहेगा?

देश में मुख्य धर्मों को ही अगर देखा जाये, तो हर महीने कोई-न-कोई त्यौहार मनाया जाता है. हर त्यौहार की अपनी खासियत होती है. कई त्यौहार के साथ पूजापाठ भी जुड़ा होता है, जिनमें विशेष पूजा सामग्री की जरूरत पड़ती है. व्यस्त दिनचर्या में लोगों को इन त्योहारों की तैयारी करने का मौका नहीं मिल पाता. अगर इन त्यौहारों पर रिसर्च करके, इनसे जुड़ी सामग्री और खान-पान का पैकेज बनाया जाये, तो लोगों को काफी सहूलियत होगी. इस सहूलियत के कारण, लोग इस पैकेज का इस्तेमाल कर सकेंगे.

इस कारोबार की खास जरूरतें इस प्रकार हो सकती हैं :

(क) आपको हर त्यौहार से जुड़ी सामग्री की जरूरत अनुसार सोर्सिंग का तरीका सुनिश्चित करना होगा, जिससे आपका स्टोरेज कॉस्ट कम रहे.

(ख) सामग्री को आकर्षक व सुविधाजनक पैकेजिंग में तैयार करना, जिससे ग्राहक आकर्षित हो सकें.

(ग) तकनीकी रूप से आपको एक अच्छी वेबसाइट की जरूरत पड़ेगी. आजकल इस तरह के कारोबारों में पर्सनल टच के लिए मोबाइल एप्प काफी काम आते हैं. आप भी अपना एक एप्प लॉन्च कर सकते हैं.

(घ) इसके अलावा आपको किसी कुरियर कंपनी से टाइ-अप करना होगा, जिससे निर्धारित समय के अंदर ग्राहकों को उनके मन और समय मुताबिक पैकेज डिलीवर किया जा सके.

आने वाले त्योहारों के कैलेंडर के अनुसार आपको अग्रिम तैयारी करनी होगी, ताकि आपके प्रोडक्ट का प्रचार हो सके और ग्राहकों को इसकी सूचना त्यौहार के पहले सही समय से मिल सके.

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