मेडिकल और डेंटल कोर्स में नामांकन के लिए आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) 2018 का आयोजन 6 मई को किया जायेगा. देशभर में आयोजित इस परीक्षा में करीब 13 लाख छात्र शामिल होते हैं.
इस परीक्षा में शामिल होनेवाले छात्रों की तैयारी अब आखिरी दौर में है़ हालांकि, परीक्षा के कुछ दिन पहले छात्रों में तनाव बढ़ जाता है. ऐसे में आखिरी वक्त में अपनी तैयारी के साथ अपना ध्यान कैसे इस ओर बनाये रखें, यह सबसे जरूरी हो जाता है. जानते हैं इससे ही संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में…
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) द्वारा मेडिकल और डेंटल कोर्स में दाखिले के लिए आयोजित की जाने वाली प्रवेश परीक्षा नीट-2018 में शामिल होने जा रहे छात्रों के लिए अब अपनी तैयारी को अंतिम स्वरूप देने का वक्त आ गया है. छह मई को आयोजित होनेवाली इस परीक्षा के लिए कुछ दिन ही शेष हैं.
ऐसे में छात्रों के लिए तैयारी के साथ-साथ अपने आत्मविश्वास को बरकरार रखना बेहद जरूरी है. परीक्षा के करीब आने पर किसी भी तरह की घबराहट या नकारात्मकता का शिकार होने की बजाय बेहतर होगा कि छात्र सकारात्मकता के साथ सीखने, पढ़ने की प्रक्रिया जारी रखें और हमारी शुभकामनाओं के साथ तैयारी को अंजाम तक पहुंचानेवाली नीट 2018 परीक्षा में पूरे उत्साह और आशा के साथ शामिल हों.
छात्रों के लिए इस परीक्षा में अपना मुकाम बना पाना एक कड़ी चुनौती है. ऐसे में छात्रों के लिए आवश्यक है कि शेष दिनों में अपनी तैयारी को अंतिम स्वरूप देते हुए वे एक रणनीति के तहत अपनी तैयारी को धार देना शुरू कर दें. नीट में कामयाबी के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी के सभी खंडों की व्यापक तैयारी जरूरी है.
पढ़े गये टॉपिक्स का ही करें रिवीजन
नीट 2018 के लिए कुछ दिन ही शेष बचे हैं, ऐसे में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी के नये टॉपिक्स को पढ़ने की बजाय जिन टॉपिक्स को आप पढ़ चुके हैं, उन्हें ही दोहराने पर विशेष ध्यान दें.
अब तक आपने जो तैयारी की है, उसे पर्याप्त मान कर चलें और किसी भी प्रकार के नये टॉपिक या नयी पुस्तक को हाथ न लगायें. तैयारी के इन अंतिम दिनों में नये टॉपिक को पढ़ना आपके आत्मवश्विास को डगमगा सकता है. अब तक पढ़े गये सभी टॉपिक को दोहराते समय एक शॉर्ट नोट बनाते चलें, जिसे परीक्षा में शामिल होने के कुछ घंटों पहले दोहरा सकें.
फॉर्मूलों की जानकारी से बढ़ेगा आत्मविश्वास
किसी भी परीक्षा में सफलता पाने के लिए उससे संबंधित विषय के सैद्धांतिक पहलुओं को समझना बेहद जरूरी है. इसी के चलते किसी टॉपिक की तैयारी करते समय खास कर फॉर्मूलों पर आधारित चैप्टर का गहराई से अध्ययन करें. आखिरी वक्त में तैयारी करते समय फॉर्मूलों और बेसिक कंसेप्ट पर आपकी पकड़ तैयारी को आसान बना देती है और इससे परीक्षा हाल में जरूरी तथ्य याद रहते हैं.
सभी विषयों के लिए बनाएं स्मार्ट योजना
इस परीक्षा में तीनों विषयों यानी फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी से संबंधित प्रश्न पूछे जायेंगे. ऐसे में किसी भी विषय को नजरअंदाज करना ठीक नहीं. स्मार्ट तरीके से सभी विषयों की तैयारी आवश्यक है.
तीन घंटे की इस परीक्षा में कुल 180 प्रश्न होते हैं, जिसमें 90 प्रश्न बायोलॉजी और 45-45 प्रश्न फिजिक्स, केमिस्ट्री से होते हैं. चूंकि, परीक्षा में निगेटिव मार्किंग का प्रावधान भी है, ऐसे में प्रश्नों का जवाब देते वक्त विशेष तौर पर सावधानी बरतें. अगर आप किसी सवाल को हल नहीं कर पा रहे हैं और उसमें एक या दो मिनट से ज्यादा का समय लग रहा है, तो बेहतर होगा कि आप उसे छोड़कर आगे बढ़ जायें, क्योंकि आपको निर्धारित समय में पूरा पेपर सॉल्व करना है.
एनसीईआरटी से करें तैयारी
बाजार में नीट की तैयारी से जुड़ी किताबों की भरमार हैं, लेकिन नीट में फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी के प्रश्नों का स्तर एनसीईआरटी की 11वीं व 12वीं की पुस्तकों पर होगा. ऐसे में बेसिक कंसेप्ट पर पकड़ बनाने के लिए एनसीईआरटी की किताबों से बेहतर कुछ भी नहीं है. यदि आप अपनी तैयारी के दौरान अधिक किताबों का प्रयोग करेंगे, तो आपको भटकाव हो सकता है. नीट एनसीईआरटी पाठ्यक्रम को महत्व देता है, इसलिए एनसीईआरटी की किताब ही पढ़ें.
परीक्षा के दौरान ऐसे करें प्लानिंग
परीक्षा से दो-तीन दिन पहले छात्रों को इस बात की खास प्लानिंग करनी चाहिए कि समुचित सिक्वेंस में प्रश्नपत्रों को किस तरह से हल करना चाहिए.
परीक्षा में कामयाबी हासिल करने के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण फैक्टर है. सभी विषयों में सबसे पहले ऑब्जेक्टिव टाइप के आसान सवालों का हल करना चाहिए. उसके बाद कुछ कठिन सवालों का और सबसे आखिर में कठिन सवालों का हल करना चाहिए. इन तीनों को ऐसे समझा जा सकता है…
आसान सवाल : जिनके बारे में छात्र 100 फीसदी आश्वस्त हो.
थोड़ा कठिन सवाल : ऐसे सवाल, जिन्हें कुछ प्रयास करने पर हल किया जा सकता है. यानी इसमें किन्हीं दो विकल्पों को छांट लिया हो और शेष दो पर संशय कायम हो.
कठिन सवाल : जिन सवालों के संदर्भ में छात्र को पूरी जानकारी नहीं हो और उसे हल करने में वह खुद को सक्षम नहीं समझता हो.
सभी विषयों में उपरोक्त तीन प्रकार के सवाल जरूर होंगे. इसलिए परीक्षा के दौरान आपको इस प्रकार से रणनीति बनानी होगी और सभी विषयों में आसान सवालों की तलाश सबसे पहले करनी होगी. साथ ही, परीक्षा में प्रश्नपत्र मिलते ही आपको उसका हल शुरू नहीं करना चाहिए.
शुरू में 10 से 15 मिनट तक आपको उसकी प्लानिंग पर ध्यान देना चाहिए. उपरोक्त तीनों प्रकार के प्रश्नों की पहचान होने के बाद ही आपको सवालों का हल करने पर ध्यान देना चाहिए. इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा और आप अधिक-से-अधिक सवालों को हल कर पायेंगे.
नकारात्मकता और तनाव से रहें दूर
किसी भी छात्र के लिए प्रत्येक विषय के सभी टॉपिक में समान रूप से पकड़ बनाये रखना मुश्किल होता है. ऐसे में अब जबकि परीक्षा के लिए मात्र तीन दिनों का समय बचा है, आपको उन टॉपिक्स पर ध्यान देने की जरूरत है, जिनमें आप बेहतर हैं. इस प्रकार उन टॉपिक्स पर आपकी पकड़ और मजबूत हो जायेगी और परीक्षा में आप अच्छे अंक हासिल कर पायेंगे. जिन विषय या टॉपिक में आप कमजोर हैं, उन पर अब ध्यान देने का समय नहीं बचा है, इसलिए उनके बारे में सोचकर परेशान न हों.
डायग्राम, फॉर्मूला, ग्राफ आदि पर रोजाना कुछ समय अवश्य दें. इस तरह परीक्षा के दिन तक वे आपके मस्तिष्क में अच्छी तरह से बैठ जायेंगे और एकदम ताजा रहेंगे. परीक्षा हॉल में आपको उन्हें लेकर किसी प्रकार की दुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा.
खुद पर एग्जाम का तनाव हावी न होने दें. पॉजिटिव रहकर एग्जाम देने जाएं. सफलता के लिए पॉजिटिव रहना बेहद जरूरी है. दिमाग को शांत रखें.
एक्सपर्ट कमेंट
कुछ भी नया पढ़ने की कोशिश न करें
रिवीजन पर जोर देने की जरूरत
अरबिंद सिंह
डायरेक्टर, अरबिंद सिंह एकेडमी, दिल्ली
नीट के लिए अब दो-तीन दिन ही शेष बचे हैं. ऐसे में मैं बच्चों को फॉर्मूला बेस्ड प्रश्नों की तैयारी में फोकस करने की सलाह दूंगा. अक्सर देखा जाता है कि नीट की परीक्षा में शामिल होनेवाले छात्र बॉटनी और जूलॉजी के प्रश्नों को पहले से ही तैयार कर चुके होते हैं.
ऐसे में शेष दिनों में छात्र फिजिक्स, केमिस्ट्री के रिवीजन पर अधिक जोर देंगे, तो बेहतर होगा. क्योंकि मेडिकल की परीक्षा में जूलॉजी और बॉटनी में अधिकतर बच्चों की परफॉर्मेंस लगभग ठीक होती है, लेकिन फिजिक्स, केमिस्ट्री की परफॉर्मेंस का बच्चों की रैंक पर काफी फर्क पड़ता है.
बचे हुए दिनों में बच्चे फिजिक्स के फॉर्मूले और केमिस्ट्री के रिएक्शंस की तैयारी में जोर देंगे तो अच्छा होगा. खासतौर से इनऑर्गेनिक केमिस्ट्री की प्रैक्टिस करें. वहीं फिजिक्स में 50 प्रतिशत प्रश्न 11वीं स्तर के होते हैं, इलेक्ट्रोस्टेटिक और करेंट इलेक्ट्रिसिटी 12वीं का काफी महत्वपूर्ण चैप्टर है, इस पर ध्यान दें. माॅडर्न फिजिक्स के फाॅर्मूलों को दाेहरायें. बच्चे कुछ भी नया पढ़ने की कोशिश न करें और परीक्षा को लेकर किसी भी तरह का तनाव न लें.
हल करें पुराने प्रश्नपत्र
सभी टॉपिक की तैयारी करने के बाद पिछले कुछ वर्षों के प्रश्नपत्रों से अभ्यास जरूर करें. ऐसा करने से प्रश्नों का स्तर और पैटर्न समझने में आसानी होती है. हाल के वर्षों में परीक्षा पैटर्न में बड़े बदलाव हुए, ऐसे में बीते पांच वर्षों के प्रश्नपत्र मददगार होंगे. इससे आप उन महत्वपूर्ण अध्यायों को जान सकेंगे, जिससे अक्सर प्रश्न पूछे जाते रहे हैं. इसके अतिरिक्त इस प्रश्नपत्रों को हल करने से आपकी टाइमिंग, स्पीड और एक्यूरेसी में सुधार होगा. प्रश्नों को हल करने की स्पीड बढ़ेगी. आपको अपने कमजोर और मजबूत पकड़वाले टॉपिक्स की जानकारी हो जायेगी. साथ ही एग्जाम के माहौल में बैठने की आदत हो जायेगी.
स्कोरिंग विषय है बायोलॉजी
नीट परीक्षा में जहां फिजिक्स और केमिस्ट्री सेक्शन में प्रत्येक से 45 प्रश्न पूछे जायेंगे, वहीं अकेले बायोलॉजी से 90 प्रश्न पूछे जायेंगे. ऐसे में बायोलॉजी आपके लिए स्कोरिंग विषय साबित हो सकता है. बायोलॉजी के प्रश्नों को हल करते समय किसी भी तरह का तुक्का लगाने से बचें, क्योंकि गलत जवाब बड़ी समस्या खड़े कर सकते हैं.
परीक्षा में इकोलॉजी व एनवायर्नमेंट, जेनेटिक्स, सेल बायोलॉजी, मॉर्फोलॉजी, रिप्रोडक्शन व प्लांट और एनिमल फिजियोलॉजी, बायोटेक्नोलॉजी जैसे टॉपिक से काफी प्रश्न पूछे जाते हैं. आप इन टॉपिक पर फोकस कर अपनी तैयारी को मजबूत बना सकते हैं.
फिजिक्स, केमिस्ट्री पर बनायें मजबूत पकड़
फिजिक्स, केमिस्ट्री के प्रश्नों की तैयारी के लिए एनसीईआरटी की 11वीं और 12वीं की पुस्तकों से मुश्किलों को आसान बनाया जा सकता है. हाल के वर्षों में देखें, तो एटॉमिक स्ट्रक्चर और थर्मोडायनेमिक्स से काफी प्रश्न पूछे जाते हैं. ये टॉपिक फिजिक्स व केमिस्ट्री दोनों में ही हैं, ऐसे में इसके महत्व को आसानी से समझा जा सकता है.
न्यूमेरिकल पर जोर
न्यूमेरिकल प्रश्नों का खूब अभ्यास करें, इससे अच्छा स्कोर करने में मदद मिलेगी. इसके अलावा सेमीकंडक्टर, कम्युनिकेशन सिस्टम, नेचर ऑफ मैटर, इलेक्ट्रिसिटी आदि टॉपिक पर पकड़ जरूर बनायें.