Bengal Chunav 2021: विकास के नाम पर राजनीतिक पार्टियां वोट तो ले लेती है लेकिन विकास करना ही भूल जाती है. पिछले 74 सालों से विकास की बाट जोह रहे बंगाल के एक जिले के ग्रामीणों ने इस बार वोट बॉयकट करने का फैसला लिया है. वह गांव है बंगाल के उत्तर दिनाजपुर के रायगंज ब्लाॅक का खलसी गांव. इस बार ग्रामीणों ने फैसला लिया है कि जब तक गांव में ब्रिज नहीं बनेगी तब तक वो मतदान नहीं करेंगे.
खलसी के ग्रामीणों का आरोप है कि 74 वर्ष बीत जाने के बाद भी हेमताबाद विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत रायगंज ब्लाॅक के खलसी ग्राम में ब्रिज का निर्माण नहीं हो पाया है. ब्रिज नहीं होने से लोगों को तमाम मुश्किलें झेलनी पड़ रही है. इस बार ग्रामीणों ने पूरे गांव में नो ब्रिज, नो वोट का पोस्टर लगाया है और वोट का बॉयकट किया है. ग्रामीणों का आरोप है कि वोट आता है और वोट चला जाता है लेकिन हमारी मांग पूरी नहीं होती है.
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सभी कैंडिडेट आते हैं और सिर्फ आश्वासन देकर चले जाते हैं. चुनाव जीतने के बाद फिर कोई इस गांव में नहीं आता है. वर्षों से बांस के सहारे बने एक पुलिया के जरिए रायगंज से खलसी, खलसी से बिंदेल होते हुए कुलकी के दोनों तरफ लोग आना – जाना करते हैं. बारिश के मौसम में यहां का हाल और ज्यादा बदतर हो जाता है. ग्रामीणों का आरोप है कि रात के अंधेरे में या इमरजेंसी में गांव से बाहर जाना काफी मुश्किल हो जाता है.
बता दें कि कुलकी नदी के एक तरफ धुरईल गांव और दूसरी तरफ शेरपुर ग्राम पंचायत इलाका है. यहां रायगंज आने व जाने के लिए धुरईल के निकट खलसी घाट पर बना सेतु बेहद जरूरी है. मगर इस और किसी का ध्यान नहीं जाता है. बार- बार फरियाद करने पर भी अब तक यहां एक ब्रिज का निर्माण नहीं हो सका है. हालांकि इस बारे में उत्तर दिनाजपुर जिले के अधिकारी पुर्णेंदु दे ने ग्रामीणों को आश्वास्त किया है कि उनकी इस परेशानी से प्रशासन को अवगत करायेंगे. हालांकि इस बार ग्रामीणों तय कर लिया है कि जब तक ब्रिज का निर्माण नहीं होता तब तक कोई भी मतदान नहीं करेंगे.
Posted by : Babita Mali