बीरभूम जिला की सभी 11 सीटों पर मतगणना जारी है. अणुव्रत मंडल के गढ़ बोलपुर में चुनाव लड़ रहे भाजपा उम्मीदवार अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी तृणमूल कांग्रेस के प्रत्याशी से 10 हजार वोटों से पिछड़ गये हैं. बीरभूम को तृणमूल कांग्रेस के दबंग नेता अणुव्रत मंडल का गढ़ माना जाता है. बीरभूम जिला की 11 विधानसभा सीटों के लिए मतदान आठवें एवं अंतिम चरण (29 अप्रैल) को सम्पन हो चूका था. कुल 27,95,548 वोटरों ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया और आज उसके परिणाम स्वरुप
बीरभूम जिले के अंतर्गत 11 विधानसभा सीटें (291)रामपुरहाट, (286)बोलपुर, (294)मुराराई, (290)मयूरेश्वर, (285)सुरी, (292)हंसन , (293)नलहाटी, (288)लबपुर, (284)दुबराजपुरSC, (289)सैंथियाSC, (287)नानूर SC है. बीरभूम जिले की ये 11 विधानसभा क्षेत्र की ये 7 सीटें दुबराजपुरSC, सुरी, सैंथियाSC, रामपुरहाट, हंसन, नलहाटी और मुराराई लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आती हैं
1. (291)रामपुरहाट – आशीष बनर्जी (AITC)
2. (286)बोलपुर – चंद्र नाथ सिन्हा (AITC)
3. (294)मुराराई – अब्दुर रहमान (AITC)
4. (290)मयूरेश्वर – अभिजीत रोय (AITC)
5. (285)सुरी – अशोक कुमार चट्टोपाधाये (AITC)
6. (292)हंसन – मिल्टन राशिद (INC)
7. (293)नलहाटी – मोईनुद्दीन शम्स (AITC)
8. (288)लबपुर – मोनिरुल इस्लाम (AITC)
9. (284)दुबराजपुरSC – नरेश चंद्र बौरी (AITC)
10. (289)सैंथियाSC – निलबाटी साहा (AITC)
11. (287)नानूर SC – श्यामली प्रधान (CPI M)
इस जिले में AITC को वर्ष 2016 के चुनावों में भारी सफलता मिली थी. यहां की 11 में से 9 सीटें AITCकी झोली में गयीं थीं. कांग्रेस और वामदलों को एक-एक सीट पर ही सिमट गए थे. ममता बनर्जी की कैबिनेट में इस जिले से दो विधायकों को मंत्री बनाया गया था. जिन लोगों को मंत्री बनाया गया था, उनमें रामपुरहाट के विधायक डॉ आशीष बनर्जी और बोलपुर के विधायक चंद्र नाथ सिन्हा शामिल हैं. डॉ बनर्जी को कृषि विभाग का मंत्री बनाया घा, तो चंद्र नाथ सिन्हा को मत्स्य पालन विभाग का. अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित नानूर विधानसभा सीट पर माकपा की श्यामली प्रधान ने जीत दर्ज की थी, जबकि हानसान विधानसभा सीट पर कांग्रेस के मिल्टन राशिद जीते थे. इस जिले में अनुसूचित जाति के लिए 3 आरक्षित सीटें हैं, जिसमें 2 पर तृणमूल कांग्रेस को जीत मिली थी, जबकि एक सीट माकपा की झोली में गयी थी.
Posted By: Aditi Singh