पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी स्पेन और दुबई की यात्रा की योजना बना रही थी आखिरकार विदेश मंत्रालय ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को यात्रा की इजाजत दे दी है.नबान्न सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री 12 सितंबर को स्पेन के लिए रवाना होंगी. इसके बाद उनका 23 सितंबर को दुबई होते हुए कोलकाता लौटने का कार्यक्रम है. उनकी यात्रा का मकसद इन देशों से बंगाल के लिए निवेश आकर्षित करना है. उनकी विदेश यात्रा का मुख्य लक्ष्य बंगाल को स्पेन और दुबई के संभावित निवेशकों के लिए एक आकर्षक गंतव्य के रूप में प्रस्तुत करना है. जो लोग निवेश में थोड़ी भी रुचि दिखाएंगे उन्हें बंगाल के आगामी 7वें बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट में आमंत्रित किया जाएगा, जो 21 और 22 नवंबर को कोलकाता में आयोजित किया जाएगा.
मुख्यमंत्री के यात्रा कार्यक्रम में स्पेन की राजधानी मैड्रिड और बार्सिलोना शामिल हैं, जो कभी बंगालियों के लिए ‘मेसी का शहर’ कहा जाता था. हालांकि फुटबॉल प्रेमी बंगालियों का दोनों शहरों से आध्यात्मिक संबंध है. मैड्रिड के दो फुटबॉल क्लब, रियल मैड्रिड और एटलेटिको डी मैड्रिड, विश्व प्रसिद्ध हैं. नतीजतन बंगाली फुटबॉल जगत भी ममता की स्पेन यात्रा में रुचि रखता है. स्पेन से दुबई जाएंगी ममता. उन्हें दुबई से कोलकाता लौटना है.
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विश्व व्यापार सम्मेलन से पहले विदेशी निवेश लाने के मकसद से ममता इस विदेश दौरे पर जा रही हैं. उनके साथ राज्य के उद्योगपतियों का एक प्रतिनिधिमंडल भी आएगा. मुख्यमंत्री इससे पहले सिंगापुर और लंदन की ऐसी यात्रा कर चुकी हैं. लेकिन अभी अभी केंद्र ने उनकी शिकागो और चीन यात्रा की अनुमति नहीं दी थी. जिसे तृणमूल ने ‘राजनीतिक बदला’ बताया. कई लोगों को इस बार भी यही डर था. हालांकि आखिरकार ममता को विदेश यात्रा की इजाजत मिल गई.
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जब कोई मुख्यमंत्री बनकर विदेश जाता है तो संबंधित राज्य को विदेश मंत्रालय से इजाजत लेनी पड़ती है. विदेश मंत्रालय यह तय करता है कि दौरा ‘उचित’ है या नहीं. यदि कोई मुख्यमंत्री व्यक्तिगत रूप से विदेश जाना चाहता है तो उसे विदेश मंत्रालय से अनुमति या मंजूरी की आवश्यकता नहीं है. क्योंकि उस मामले में कोई ‘प्रोटोकॉल’ नहीं है. लेकिन अगर कोई मुख्यमंत्री के तौर पर विदेश की सरकारी या आधिकारिक यात्रा पर जाता है तो वह ‘भारत के प्रतिनिधि’ के तौर पर जाता है. उस यात्रा के दौरान संबंधित देश के भारतीय दूतावास को सारी व्यवस्था करनी होती है. सुरक्षा का भी मुद्दा है. इसीलिए मुख्यमंत्री की आधिकारिक विदेश यात्राओं के लिए विदेश मंत्रालय की मंजूरी जरूरी है.
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2021 में भारी बहुमत से जीत हासिल करने के बाद तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते हुए ममता ने कहा था कि वह अद्योगीकरण को बढ़ावा देने पर विशेष पहल करेंगी. राज्य सरकार मुख्य रूप से मध्यम और बड़े उद्योगों को महत्व देना चाहती है. नबान्न नए तरीकों से निवेश लाने की कोशिश कर रहे हैं. I-N-D-I-A बैठक के मौके पर मुंबई जाएंगी. ममता बनर्जी I-N-D-I-A के मौके पर पूर्व वित्त व उद्योग मंत्री और वर्तमान वित्तीय सलाहकार अमित मित्रा ने ममता के मुंबई रवाना होने से ठीक पहले वाणिज्यिक शहर जाकर व्यापारिक समुदाय के साथ बैठक की. प्रशासन को उम्मीद है कि मुख्यमंत्री ममता की स्पेन और दुबई यात्रा औद्योगीकरण के लिए आशाजनक रहेगी.
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