कोलकाता की बेलियाघाटा संघानी पूजा समिति ने इस साल ‘मैं कौन हूं’ थीम पर पूजा का आयोजन किया है. इस थीम के जरिये कलाकार बताने का प्रयास कर रहा है कि मां के प्रति श्रद्धा प्रगाढ़ होनी चाहिए.
इस डिजिटल युग में भी मां की आराधना में कई विघ्न न पड़े. उधर, नवरात्रि के तीसरे दिन से ही महानगर के पूजा पंडालों में लोगों की भारी भीड़ उमड़ने लगी है . भीड़ के चलते जगह-जगह ट्रैफिक जाम की समस्या देखी गयी.
पहाड़ों को नष्ट होने से बचाने का संदेश देता कोलकाता का एक पूजा मंडप. लोगों के लिये यह मंडप आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है.
महानगर के बेलियाघाटा स्थित 33 पल्ली पूजा पंडाल में इस वर्ष पहाड़ों उन्हें की दुर्दशा और बदहाल स्थिति को दिखाया जा रहा है. पंडाल को एक पहाड़ के रूप वहां में दर्शाया गया है. प्रवेश द्वारा पर पहाड़ का एक बड़ा मुंह दिखाया गया है. जो दर्द में दास कराहता दिख रहा है.
पंडाल के माध्यम से यह संदेश देने का प्रयास किया जा रहा है कि बड़ी संख्या में पहाड़ों को तोड़कर सुरंग व टनेल बनाये जाने से किसी एक-दो नगर व्यक्ति का नहीं, पूरी मानव जाति को भारी नुकसान होगा. जो दिखने भी लगा है. थीम गंभीर के द्वारा पहाड़ों को बचाने का संदेश दिया जा रहा है. थीम के आधार पर ही पूजा पंडाल, व प्रतिमा को दर्शाया गया है.
मोहम्मद अली पार्क में यूथ एसोसिएशन की दुर्गापूजा मंडप में केदारनाथ मंदिर में खुद को पायेंगे दर्शनार्थी.
खड़गपुर रेलवे स्टेशन से सटे बोगदा इलाके में बाबू लाइन सर्वजनी दुर्गापूजा कमेटी की ओर से इस बार दुर्गापूजा के उपलक्ष्य में गिटार के तर्ज पर पूजा पंडाल का निर्माण किया जा रहा है.पूजा पंडाल के आसपास ढोल नगाड़े सहित कइ पुराने जमाने के म्यूजिकल यंत्र की झांकियां भी मौजूद रहेगी.
मायापुर के इस्कॉन के तर्ज पर बनाया जा रहा पूजा पंडाल को बनाने में 12 लाख रुपये खर्च किये जा रहे है.पंडाल पूर्व मेदिनीपुर जिला के कांथी इलाके के कारीगर बना रहे है.