सीएम ममता बनर्जी पर कथित हमले के मामले में राज्य के मुख्य सचिव अलापन बंद्याेपाध्याय ने भारत निर्वाचन आयोग को रिपोर्ट भेज दी है. राज्य सचिवालय के सूत्रों की मानें, तो रिपोर्ट में मुख्य सचिव ने मुख्यमंत्री पर हमले का उल्लेख नहीं किया है. रिपोर्ट में जिक्र है कि मुख्यमंत्री का काफिला जहां से गुजर रहा था, वहां किनारे लोहे का पिलर है.
सीएस ने जो रिपोर्ट भेजी है, उसके अनुसार वहां मुख्यमंत्री को देखने के लिए आम लोग व समर्थकों की काफी भीड़ थी. हालांकि, मुख्यमंत्री के पैर में चोट कैसे लगी, इसकी जानकारी नहीं दी गयी है. रिपोर्ट में सिर्फ यह कहा गया है कि मुख्यमंत्री की गाड़ी जब वहां से गुजर रही थी, तो वहां अत्यधिक भीड़ थी.
चुनाव आयोग के अधिकारी व पर्यवेक्षक वीसी में हुए रूबरू- जानकारी के अनुसार, इस घटना को लेकर विशेष पर्यवेक्षक अजय नायक, विशेष पुलिस पर्यवेक्षक विवेक दूबे ने भारतीय निर्वाचन आयोग के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग (वीसी) के माध्यम से बैठक की. इसे लेकर पूर्व मेदिनीपुर के डीएम, एसपी व मुख्य सचिव ने अलग-अलग रिपोर्ट सौंपी है.
घटना में आयोग के केंद्रीय कार्यालय ने पर्यवेक्षकों से भी रिपोर्ट मांगी थी. वहीं, शुक्रवार को पर्यवेक्षकों ने मेदिनीपुर में पूर्व मेदिनीपुर के डीएम व एसपी से मामले में चर्चा की. पर्यवेक्षकों ने भी अपनी रिपोर्ट आयोग को सौंप दी है.
बता दें कि 10 मार्च को नंदीग्राम में नामांकन के बाद ममता बनर्जी बरुलिया बाजर में रोडशो में हिस्सा ले रही थी, इसी दौरान घटना घटी. ममता का आरोप है कि उनपर हमला किया गया, जिसमें उनका पैर फ्रैक्चर हो गया. टीएमसी ने इस मामले में आयोग में शिकायत भी दर्ज कराई है.
Posted By : Avinish kumar mishra