कोलकाता : अम्फान चक्रवात के एक साल बाद बंगाल में आये ‘यश’ चक्रवात ने भी भारी तबाही मचायी. हाल ही में कहा गया था कि तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी की अगुवाई वाली पश्चिम बंगाल कांग्रेस ने केंद्र सरकार से कोई मदद नहीं मांगी है. चक्रवात से हुए नुकसान के बारे में पूरी जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दे दी है. लेकिन, ममता बनर्जी ने खुद कहा है कि उन्होंने पीएम मोदी से 20 हजार करोड़ रुपये की राहत राशि मांगी है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि चक्रवात ‘यश’ की वजह से राज्य में 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है. करीब 2.21 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में लगी फसल नष्ट हो गयी है. मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य मे करीब 1,200 राहत शिविर शुरू किये गये हैं. इनमें करीब दो लाख लोगों ने शरण ले रखी है. यश चक्रवात 26 मई को ओड़िशा पहुंचा था.
ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल के सचिवालय नबान्न में पत्रकारों से कहा कि पश्चिम बंगाल में चक्रवात ‘यश’ की वजह से करीब 2.21 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में लगी फसल और 71,560 हेक्टेयर बागवानी नष्ट हुई है. राज्य में कुल 20 हजार करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान हुआ है.’ ममता बनर्जी ने 28 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चक्रवात से हुए नुकसान की एक रिपोर्ट सौंपी थी और प्रभावित इलाकों के पुनर्विकास के लिए 20 हजार करोड़ रुपये की राहत राशि मांगी थी.
उन्होंने बताया कि जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने प्रभावित गांवों में पानी की थैलियों और पाइपलाइन के जरिये पेयजल की आपूर्ति की है. मुख्यमंत्री ने बताया कि 329 तटबंधों में से 305 की मरम्मत का काम शुरू हो गया है. ‘दुआरे त्राण’ (घर के द्वार तक राहत) योजना के बारे में उन्होंने कहा, ‘केवल चक्रवात से प्रभावित लोग इसके लिए स्वयं आकर आवेदन दें. इस योजना के लिए स्कूलों, कॉलेज और अन्य सार्वजनिक संस्थानों में शिविर स्थापित किये जायेंगे.’
Posted By: Mithilesh Jha