मुकेश तिवारी : पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बीच ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी को बड़ा झटका लगा है. तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिलाउपाध्यक्ष अली मुर्तजा ने पार्टी छोड़ दी है. बताया जा रहा है कि टिकट नहीं मिलने के कारण मुर्तजा ने पार्टी छोड़ दी है. वहीं टीएमसी जिलाउपाध्यक्ष के इस्तीफे के बाद पार्टी के अंदर हड़कंप मच गया है.
जानकारी के अनुसार अणुव्रत मंडल के गढ़ में तृणमूल कांग्रेस को फिर से जोर का लगा है. मुरारई विधानसभा सीट से प्रार्थी नही बनाये जाने पर आक्रोशित बीरभूम(Birbhoom) जिला तृणमूल कांग्रेस पार्टी उपाध्यक्ष अली मुर्तुजा ने तृणमूल कांग्रेस छोड़ दिया है. स्वयं अली मुर्तुजा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस आशय की जानकारी दी. अली मुर्तुजा के पार्टी छोड़ने की बात सामने आते ही दल में खलबली मच गई.
बता दें कि अली मुर्तुज़ा खान ने 2016 में जिले के मुरारई विधानसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ा था. उस चुनाव में अब्दुर रहमान तृणमूल के उम्मीदवार थे. मूल रूप से कांग्रेस और तृणमूल दलों के बीच की लड़ाई में केवल 280 मतों के अंतर से यह सीट तृणमूल ने जीत ली थी.
वहीं चुनाव होने के बाद अली मुर्तुज़ा खान ने कांग्रेस छोड़ दी और तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए .उसके बाद, तृणमूल कांग्रेस ने उन्हें जिले के उपाध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया. इस बार 2021 के विधानसभा चुनाव में मुरारई क्षेत्र से पार्टी ने पहले निवर्तमान विधायक यानी अब्दुर रहमान को अपना उम्मीदवार बनाया.और फिर जब अब्दुर रहमान बीमार पड़ गए, तो तृणमूल ने उस उम्मीदवार को बदलने का फैसला किया और डॉ. मुशर्रफ हुसैन को नए उम्मीदवार के रूप में घोषित किया गया.
अली मुर्तुज़ा ख़ान ने कहा कि ‘जो डॉ मुशर्रफ हुसैन 28 मार्च को कांग्रेस का प्रार्थी होने जा रहा था उसे तृणमूल ने 29 मार्च को उम्मीदवार को नामित कर दिया गया. ये सही है क्या ! उसके बाद मैंने अपने समर्थकों से मिलने के बाद पार्टी छोड़ने का फैसला किया.’ इसके अलावा उन्होंने कहा कि मैं आगामी दिनों में चुनाव लड़ूंगा. हालांकि पार्टी के बारे में अभी फैसला नहीं किया है.
Posted By : Avinish kumar mishra