ममता बनर्जी पर नंदीग्राम के बारुलिया में हुए कथित हमले को लेकर तृणमूल कांग्रेस के आरोप को लेकर निर्वाचन आयोग के जवाब पर पूर्व चुनाव आयुक्त ने सवाल उठाया है. पूर्व चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने कहा है कि आचार संहिता लागू हो जाने के बाद प्रशासनिक कंट्रोल ECI के पास आ जाता है.
चुनाव आयुक्त एसवाई कुरैशी ने ट्वीट कर लिखा है, ‘चुनाव की घोषणा होते ही राज्य सरकार का पुलिस पर कोई नियंत्रण नहीं होता है. DGP से लेकर आखिरी कॉन्स्टेबल तक हर पुलिसकर्मी EC के जिम्मे हो जाता है. साथ ही आयोग उन सभी को स्थानांतरित /निलंबित करता है जिनके खिलाफ भ्रष्टाचार या पक्षपात की शिकायतें रहती हैं.’
क्या है मामला- ममता बनर्जी पर हुए कथित अटैक मामले मेंं टीएमसी ने आयोग के एक फैसले को लेकर सवाल उठाया था. टीएमसी का कहना था कि डीजीपी के हटते ही ममता बनर्जी के ऊपर हमला हो गया. वहीं टीएमसी के आरोप पर चुनाव आयोग ने जवाबी पत्र लिखा.
चुनाव आयोग की चिट्ठी – चुनाव आयोग का कहना है कि राज्य की कानून व्यवस्था राज्य प्रशासक को ही देखना होगा. साथ ही चुनाव आयोग का कहना है कि डीजी को हटाने के पीछे किसी तरह की साजिश नहीं है. विशेष पुलिस पर्यवेक्षकों के निर्देश पर डीजी को हटाया गया है. इसे लेकर चुनाव आयोग ने तृणमूल कांग्रेस को पत्र लिखा है. इस पत्र में चुनाव आयोग ने कहा कि राज्य की सुरक्षा व्यवस्था का जिम्मा प्रशासक के ही हाथ में है. राज्य सरकार को ही कानून व्यवस्था संभालना होगा. चुनाव आयोग कानून व्यवस्था नहीं संभाल सकता
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Posted By : Avinish kumar mishra