Kabul Airport, Taliban Crisis: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद से ही वहां जो बेइंतहां जुल्म की तस्वीर आ रही है वो किसी से छिपी नहीं है. हर दिन अफगानी लोग तालिबान के कहर से दो चार हो रहे हैं. सबसे बुरा हाल तो काबुल एयरपोर्ट का है. जहां, लोगों को खाने के साथ-साथ पीने का पानी भी नसीब नहीं हो रहा है. और जो उपलब्ध है उसकी कीमत इतनी है कि, खरीदना हर किसी के बूते के बाहर है.
भूख प्यास से लोग बेहाल: मीडिया रिपोर्ट में ये बात सामने आ रही है कि, काबुल एयरपोर्ट पर एक बोतल पानी 3 हजार रुपये में बिक रहा है. और एक प्लेट चावल की कीमत साढ़े 7 हजार रुपये है. इतनी महंगी खाने पीने की चीज हो जाने के कारण लोग इसे नहीं खरीद पा रहे हैं, और भूख प्यास से तड़प रहे हैं. सबसे बड़ी बात की एयरपोर्ट पर हर चीज की कीमत डॉलर में वसूले जा रहे हैं. इस हिसाब से एक बोतल पानी 40 डॉलर और एक प्लेट चावल 100 डॉलर तक बिक रहा है.
बद से बदत्तर हालात: काबुल एयरपोर्ट के बाहर अफरा-तफरी मची है. लोग खाना और पानी के अभाव में गश खाकर गिर रहे हैं. सबसे दुखत बात यह है कि तालिबान की ओर से किसी तरह की मदद नहीं की जा रही है. तालिबान से लोगों को मदद तो नहीं मिल रहा है, हां कई जगहों पर तालिबानी लड़ाके लोगों पर कोड़े बरसाते जरूर नजर आ जाते हैं. हालांकि इस बीच विदेशी सैनिक बेहाल लोगों की मदद कर रहे हैं. उन्हें पानी की बोतल और खाने का सामान दे रहे हैं.
गौरतलब है कि, 31 अगस्त तक नाटो सैन्य बलों की वापसी की समयसीमा से पहले पश्चिमी देश अफगानिस्तान छोड़ने लगे हैं. पोलैंड ने बुधवार को कहा कि वह सुरक्षा संबंधी चिंताओं की वजह से काबुल एयरपोर्ट से लोगों को निकालने के अपने अभियान को रोक रहा है. ब्रिटेन के विदेश मंत्री डोमिनिक राब ने कहा कि अफगानिस्तान से लोगों को सुरक्षित निकालने का काम 31 अगस्त तक खत्म हो जायेग. इधर, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि अफगानिस्तान से 31 अगस्त तक अमेरिकी सैनिकों की वापसी का अभियान तेजी से चल रहा है.
Posted by: Pritish Sahay