ढाका : बांग्लादेशी पुलिस के साथ एक मुठभेड़ में एक रोहिंग्या समूह के चार संदिग्ध सदस्य मारे गये. ये संदिग्ध सदस्य फिरौती के लिए अपहरण में कथित तौर पर शामिल थे. अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए बताया कि यह घटना शरणार्थी शिविरों के पास हुई, जहां म्यामां से आये शरणार्थी रहते हैं.
पुलिस निरीक्षक प्रदीप कुमार दास ने बताया कि शुक्रवार को उस समय गोलीबारी हुई जब सुरक्षा अधिकारियों की एक टीम कॉक्स बाजार स्थित रोहिंग्या शिविरों के पास एक जंगल में गिरोह के नेता की तलाश कर रही थी.
एक अन्य निरीक्षक, मोरजिना अख्तर ने बताया कि संदिग्धों ने पुलिस पर गोलियां चलाईं जिससे मुठभेड़ शुरू हो गई, जिसमें उनकी मौत हो गई. उन्होंने बताया कि पुलिस ने लगभग 40,000 नशीली गोलियां और देशी बंदूकें भी बरामद की हैं. अधिकारियों और स्थानीय मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अब्दुल हकीम के नेतृत्व वाले गिरोह ने फिरौती के लिए कई स्थानीय लोगों का अपहरण किया और उन लोगों की हत्या कर दी है जिनके परिवार फिरौती नहीं दे पाये.
रिपोर्टो के अनुसार इसने पिछले दो महीनों में कम से कम सात बांग्लादेशियों का अपहरण किया और तीन बंधकों को मार डाला. हकीम फरार चल रहा है. हालांकि मानवाधिकार समूहों ने स्वीकार किया कि रोहिंग्या शरणार्थियों के बीच कुछ आपराधिक तत्त्व हैं. उन्होंने अधिकारियों से ऐसे मामलों की पूरी तरह से जांच करने का आग्रह किया है.
Posted By – Pankaj Kumar Pathak