चीन में कोरोना वायरस के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. स्थिति इतनी भयावह हो गयी है कि अस्पतालों में बेड की कमी हो गयी है. कोरोना संक्रमित मरीज अस्पताल के अंदर फर्श पर इलाज करवाने के लिए मजबूर हो रहे हैं.
अस्पताल के गलियारों में स्ट्रेचर या व्हीलचेयर पर बैठकर ऑक्सीजन ले रहे कोरोना मरीज
चीन की राजधानी बीजिंग में करोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच अस्पतालों में बिस्तरों की कमी हो गई है और मरीजों को अस्पताल के गलियारों में स्ट्रेचर या व्हीलचेयर पर बैठकर ऑक्सीजन लेते देखा जा सकता है.
चीन के अस्पतालों में बेड की भारी कमी, एंबुलेंस से लगातार पहुंच रहे मरीज
चीन के चुइयांग्लु अस्पताल में बृहस्पतिवार को बेहद खबरा स्थिति देखी गयी. अस्पताल नये मरीजों से भरा हुआ था. दोपहर तक अस्पताल में सभी बिस्तर भर चुके थे लेकिन एम्बुलेंसों से यहां मरीजों के पहुंचने का सिलसिला लगातार जारी था. हालांकि अस्पताल के नर्स और चिकित्सक हमेशा मुस्तैद हैं और लगातार मरीजों का इलाज कर रहे हैं.
चीन में शून्य कोविड नीति खत्म होने के बाद कोरोना विस्फोट
चीन के अस्पतालों में मरीजों की यह बाढ़ दरअसल करीब तीन सालों से चल रही उसकी शून्य कोविड नीति के तहत लागू पाबंदियों को हटाने के बाद आयी है. इन पाबंदियों के तहत लॉकडाउन चल रहा था, यात्राओं पर पाबंदी थी व स्कूल बंद थे. इनका अर्थव्यवस्था पर काफी दबाव था और इसके विरोध में लोग सड़कों पर प्रदर्शन के लिये भी उतरे थे.
भारत सहित कई देशों ने चीन से यात्रा पर बढ़ायी सख्ती
भारत सहित कई देशों ने चीन से यात्रा पर सख्ती बढ़ा दी है. यूरोपीय संघ ने भी अपने सदस्य देशों को चीन से आने वाले यात्रियों के लिये प्रस्थान पूर्व कोविड-19 टेस्ट अनिवार्य कर दिया है.
यात्रियों पर सख्ती से बौखलाया चीन, दे डाली ऐसी धमकी
भारत सहित कई देशों ने चीन से यात्रा पर सख्ती बढ़ा दी है, जिससे ड्रैगन की बौखाहट बढ़ गयी है. गुस्से में चीन ने चेतावनी दी है कि अगर इस तरह की नीतियां संघ के सभी देशों में लागू की गईं तो वह जवाबी कार्रवाई करेगा.
चीन में कोरोना मामले बढ़ने से डब्ल्यूएचओ चिंतित
चीन में कोरोना के मामले जिस तरह से बढ़ रहे हैं, उससे विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) भी चिंतित है. महानिदेशक टेड्रोस अधनोम घेब्रेयेसस ने कहा कि समूचे चीन में कोरोना वायरस के विस्फोटक प्रसार और सरकार के आंकड़ों की कमी के बीच एजेंसी चीन में लोगों के जीवन के लिए मौजूदा खतरे को लेकर चिंतित है.