Coronavirus Again: साल 2020 में पूरी दुनिया कोरोना के महाप्रकोप को झेल चुकी है. इसके बाद कोरोना के नये-नये स्ट्रेन ने दुनिया के कई देशों में भयंकर तबाही मचाई. अब ब्रिटेन में कोरोना का एक नया स्ट्रेन सामने आया है. बताया जा रहा है कि ईजी.5.1 स्वरूप अब देश में तेजी से फैल रहा है. इंग्लैंड के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि यह स्वरूप तेजी से फैले ओमीक्रोन से उत्पन्न हुआ है. ब्रिटेन की स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी का कहना है कि ईजी.5.1 को ‘एरिस’ उपनाम दिया गया है. उन्होंने बताया कि कोविड के प्रत्येक सात नये मामलों में से एक मामला इस स्वरूप का सामने आ रहा है.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर, विशेषकर एशिया में बढ़ते मामलों के कारण देश में इसकी व्यापकता दर्ज होने के बाद 31 जुलाई को इसे कोविड के एक स्वरूप के रूप में वर्गीकृत किया गया था. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO,डब्ल्यूएचओ) ने दो सप्ताह पहले ही ईजी.5.1 स्वरूप पर उस वक्त नजर रखना शुरू कर दिया था जब डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक टेड्रोस एडनोम घेबियस ने कहा था कि लोग टीकों और पूर्व संक्रमण से बेहतर सुरक्षित हैं, लेकिन देशों को अपनी सतर्कता में कमी नहीं आने देनी चाहिए. इस बात का कोई संकेत नहीं है कि नया स्वरूप अधिक गंभीर है क्योंकि यूकेएचएसए के नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि यह अब देश के सभी कोविड मामलों का 14.6 फीसदी है. यूकेएचएसए के ‘रेस्पिरेटरी डेटामार्ट सिस्टम’ के माध्यम से दर्ज किये गये 4,396 नमूनों में से 5.4 प्रतिशत को कोविड-19 के रूप में दर्ज किया गया था.
यूकेएचएसए की टीकाकरण प्रमुख डॉ मैरी रामसे ने कहा, हम देख रहे हैं इस सप्ताह की रिपोर्ट में कोविड-19 मामलों में वृद्धि जारी है. ज्यादातर आयु समूहों में, विशेषकर बुजुर्ग बड़ी संख्या में अस्पतालों में आ रहे हैं. उन्होंने कहा, नियमित रूप से हाथ धोने से आपको कोविड-19 और अन्य वायरस से बचाने में मदद मिलती है. यदि आपमें सांस की बीमारी के लक्षण हैं, तो हम जहां तक संभव हो दूसरों से दूर रहने की सलाह देते हैं.
चीन ने जानबूझकर फैलाया था कोरोना वायरस
जिस कोरोना की मार से अबतक दुनिया के कई देश उबर नहीं पाये है, उसके लेकर समय-समय पर दावा किया जाता रहै है कि दुनिया भर में लाखों लोगों को मौत की नींद सुला देने वाला खतरनाक वायरस कोरोना को चीन ने तैयार किया था. बीते कुछ दिनों पहले न्यूज एजेंसी एएनआई ने एक रिपोर्ट में कहा था कि चीन इसे जैविक हथियार के तौर पर तैयार कर रहा था. रिपोर्ट में कहा गया है कि वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी के एक रिसर्चर का दावा है कि चीन ने जानबूझकर पूरी दुनिया में कोरोना वायरस फैलाया. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि शोधकर्ता ने दावा किया कि उसके साथी ने वायरस के चार अलग-अलग स्ट्रेन तैयार किये थे ताकि पता लगाया जा सके कि कौन सा वायरस तेजी से फैल सकता है.
वुहान से ही निकला था कोरोना- अमेरिकी रिपोर्ट
इससे पहले अमेरिका की एक जांच रिपोर्ट में ने भी वुहान लैब से कोरोना फैलने की बात कही थी. रिपोर्ट में खुलासा किया गया था कि कोरोना को वुहान की लैब में बनाया गया था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबित, अमेरिकी की न्यूज वेबसाइट पब्लिक समेत कई अमेरिकी जर्नलिस्ट्स ने एफबीआई के हवाले से कहा है कि कोरोना वायरस वुहान के लैब से ही निकला था. गौरतलब है कि कोरोना का आतंक पूरी दुनिया में देखते ही देखते फैल गया था. कई देशों की अर्थव्यवस्था इस बीमारी के कारण चरमरा गई थी.
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कोरोना वायरस ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी से बाहर
इससे पहले इसी साल मई महीने में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कोविड-19 को लेकर बड़ा ऐलान किया था. WHO ने कोरोना महामारी का दर्जा घटाते हुए कहा इसे वैश्विक आपात से बाहर कर दिया था. WHO ने कहा था कि कोरोना वायरस अब ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी नहीं है. गौरतलब है कि चीन की वुहान लैब से निकला कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया में साल 2019 से लेकर 2023 तक जमकर तबाही मचाई थी. अभी भी कई देशों में कोरोना के मामले सामने आ रहे हैं, और इससे लोगों की जान भी जा रही है. हालांकि वैक्सिन के आ जाने से कोरोना से हो रही मौतों में बहुत कमी आई है.