काबुल एयरपोर्ट पर सोमवार को भी संघर्ष हुआ है. जर्मनी की सेना ने ट्वीट किया सोमवार को काबुल हवाई अड्डे पर अज्ञात हमलावरों के साथ मुठभेड़ में अफगान सुरक्षा बल का एक सदस्य मारा गया और तीन अन्य घायल हो गये. इसमें कहा गया है कि अमेरिकी और जर्मन सेनाएं भी बंदूक की लड़ाई में शामिल हैं और बुंडेसवेहर के सभी सदस्य घायल नहीं हुए हैं. हमलावर कौन थे, इस बारे में अभी और कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.
हिंदुस्तान टाइम्स की खबर के मुताबिक ब्रिटिश सेना ने कहा कि सोमवार की घटना रविवार को काबुल के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे लोगों के घबराए हुए क्रश में कम से कम सात अफगानों के मारे जाने के बाद हुई. राजधानी पर कब्जा करने के बाद तालिबान काबुल हवाईअड्डे की बाहरी परिधि की निगरानी कर रहा है.
अफगान सरकार के पतन के एक हफ्ते बाद भी हजारों लोग अराजकता के इस माहौल में देश से भागने की कोशिश कर रहे हैं. संयुक्त राज्य अमेरिका और उसके सहयोगियों ने 9/11 के हमलों के बाद तालिबान को उखाड़ फेंकने और अल कायदा का शिकार करने के उद्देश्य से 20 साल के युद्ध के बाद अफगानिस्तान से सैनिकों को वापस ले लिया. इसके तुरंत बाद तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया.
Also Read: अजेय पंजशीर घाटी की ओर बढ़ रहे हैं सैकड़ों लड़ाके, आज तक इस गढ़ में घुस नहीं पाया तालिबान
बिडेन प्रशासन ने अगस्त के अंत को सैनिकों की पूर्ण वापसी के लिए समय सीमा के रूप में निर्धारित किया था, हालांकि, लगातार विकसित स्थिति के साथ, अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा है कि इसे बढ़ाया जा सकता है. उन्होंने कहा था कि हम इन अमेरिकियों के समूहों को सुरक्षा में स्थानांतरित करने और उन्हें हवाई अड्डे के परिसर में सुरक्षित और प्रभावी ढंग से स्थानांतरित करने की योजना पर अमल कर रहे हैं.
जो बाइडेन ने कहा कि सुरक्षा कारणों से मैं विस्तार में नहीं जा रहा हूं. लेकिन मैं आज फिर कहूंगा कि क्या मैंने पहले कहा है. कोई भी अमेरिकी जो घर आना चाहता है उसे घर लाया जायेगा. हम अमेरिकियों की सुरक्षा के लिए स्थिति पर लगातार नजर रख रहे हैं. हमारी सेना की एक टुकड़ी अभी भी अफगानिस्तान में है और अमेरिकियों की हर मदद की जायेगी.
Posted By: Amlesh Nandan.