Frankfurt Airport: गुरुवार सुबह जर्मनी के सबसे व्यस्त फ्रैंकफर्ट हवाई अड्डे पर लास्ट जनरेशन के जलवायु कार्यकर्ताओं द्वारा हुडदंग मचाने के कारण उड़ानें अस्थायी रूप से निलंबित करनी पड़ी . परिणामस्वरूप लगभग 140 उड़ाने रद्द करनी पड़ीं जिससे लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ा. हालांकि कुछ घंटों की मसशकत के बाद उड़ाने फिर से शुरू हो गई , इस बात की सूचना हवाई अड्डे की वेबसाइट में उपलब्ध है.
पर्यावरण कार्यकर्ताओं का बयान
पर्यावरण कार्यकर्ताओं द्वारा दिए गए बयान के अनुसार, उन्होंने निर्णय लिया है कि वे इस गर्मी में यूरोप भर के हवाई अड्डों को निशाना बनाएंगे, ताकि लोगों को पर्यावरण के प्रति उनके व्यवधान की याद दिलाई जा सके और बताया जा सके कि कैसे एयरलाइनों द्वारा जीवाश्म ईंधन के अत्यधिक उपयोग के कारण जलवायु को नुकसान पहुंच रहा है. उन्होंने कहा कि उनके छह प्रदर्शनकारी एक बाड़ को कटकर हवाई अड्डे के विभिन्न हिस्सों में पहुंचकर रनवे में बैठ गए और तरह तरह के पोस्टर हवाई अड्डे में चस्पा दिए.
फ्रैंकफर्ट हवाईअड्डे का पलटवार
जबकि इसके जवाब में फ्रैंकफर्ट हवाईअड्डे के अधिकारियों ने कहा कि वे कार्यकर्ताओं की अस्वीकृत कार्रवाई की निंदा करते हैं और उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं. उनकी गतिविधियों से जो यात्रियों की जान खतरे में पड़ी तथा जो असुविधा हुई है उसे नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता.
जलवायु कार्यकर्ताओं की मांगें
यह समूह चाहता है कि जर्मन सरकार 2030 तक तेल, गैस और कोयले से बाहर निकलने के लिए एक वैश्विक समझौते की दिशा में काम करे. इस अभियान के हिस्से के रूप में लास्ट जनरेशन जलवायु कार्यकर्ताओं ने बुधवार से शुरू होकर पूरे यूरोप और उत्तरी अमेरिका में कई देशों में इसी तरह के व्यवधानों की योजना बनाई है, इसी प्रकार के प्रदर्शन नॉर्वे में भी हुए हैं.
जर्मनी के कोलोन-बॉन हवाई अड्डे, जो देश का छठा सबसे बड़ा हवाई अड्डा है, ने बुधवार को कुछ घंटों के लिए उड़ानें निलंबित कर दीं जब जलवायु कार्यकर्ता रनवे में लेट गए.