G 7 Summit: पीएम मोदी की 6 दिवसीय विदेश यात्रा शुक्रवार को जापान से शुरू हो गई है. पीएम मोदी जापान में जी 7 देशों की वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने हिरोशिमा पहुंचे हैं. इसके अलावा पीएम मोदी क्वाड समूह के शीर्ष नेताओं की बैठक में भी हिस्सा लेंगे. अपने जापान दौरे में पीएम मोदी दुनिया के सामने आ रही चुनौतियों पर विश्व के शीर्ष नेताओं के साथ विचारों विमर्श करेंगे. साथ ही उन समस्याओं के समाधान के तरीकों पर सामूहिक रूप से चर्चा करेंगे.
6 दिवसीय यात्रा पर गये हैं पीएम मोदी: गौरतलब है कि पीएम मोदी अपने 6 दिवसीय दौरे में जापान, पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया की यात्रा करेंगे. तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में वो जापान पहुंचे हैं. अपने दौरे में पीएम मोदी 40 से अधिक कार्यक्रमों में भाग ले सकते हैं. अपनी यात्रा के पहले चरण में जापान पहुंचे पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा कि जी 7 शिखर सम्मेलन की कार्यवाही में शामिल होने के लिए हिरोशिमा पहुंचा. विभिन्न विश्व नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करूंगा.
वैश्विक चुनौतियों के समाधान पर विचार: जी 7 सम्मेलन में हिस्सा लेने जापान पहुंचे पीएम मोदी ने कहा कि जी7 शिखर सम्मेलन में उनकी मौजूदगी विशेष रूप से मायने रखती है, क्योंकि इस साल जी 20 की अध्यक्षता भारत के पास है. ऐसे में पीएम मोदी ने कहा कि वो जी 7 देशों और अन्य आमंत्रित भागीदारों के साथ दुनिया के सामने आने वाली चुनौतियों और मिलकर उन समस्याओं के समाधान पर विचार करने और उन्हें खत्म करने की दिशा में काम करना चाहते हैं.
भारतीय जापानी से मिले पीएम मोदी: हिरोशिमा में पीएम मोदी ने जापान में रह रहे भारतीय लोगों से मुलाकात की. प्रधानमंत्री ने बच्चों और भारतीय समुदाय के सदस्यों से बातचीत भी की. पीएम मोदी ने कहा कि मैं शहर में यादगार स्वागत के लिये हिरोशिमा के भारतीय समुदाय का आभारी हूं. बता दें, जापान पहुंचने के बाद जब पीएम मोदी होटल पहुंचे तो भारतीय समुदाय ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया.
कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे पीएम मोदी: जी7 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने जापान पहुंचे पीएम मोदी 19 मई से 21 मई तक हिरोशिमा में रहेंगे. इस दौरान पीएम मोदी खाद्य, उर्वरक और ऊर्जा सुरक्षा समेत विश्व के सामने मौजूद चुनौतियों पर अपने विचार रख सकते हैं. इसके अलावा वो जापान के कई और देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठक भी कर सकते हैं. बता दें, जी7 में जापान, अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जर्मनी, कनाडा और इटली के साथ-साथ यूरोपीय संघ भी शामिल हैं.
भाषा इनपुट के साथ