Iran Israel Crisis: खाड़ी क्षेत्र के दो ताकतवर देश आमने-सामने हैं. मिसाइलें तनी हुई हैं, कभी भी जंग का ऐलान हो सकता है. एक तरफ ईरान है तो दूसरी ओर इजराइल खड़ा है. ईरान और इजराइल के बीच युद्ध के हालात हर दिन के साथ गहराते जा रहे हैं. ईरान ने सीमा पर मिसाइल और ड्रोन भी तैनात कर दिए है. जंग को लेकर इजराइल ने भी पूरी तैयारी कर ली है. इजराइल ने अपनी फौज की छुट्टियां रद्द कर दी है, इसके अलावा रिजर्व आर्मी को भी बुला लिया है. मतलब साफ है खाड़ी क्षेत्र के दोनों देश दो-दो हाथ करने के तैयार खड़े हैं बस एक चिंगारी और दुनिया में युद्ध का तीसरा मोर्चा खुल जाएगा.
ईरान-इजराइल में बढ़ी टेंशन
इजराइल और हमास के बीच बीते करीब छह महीनों से भीषण लड़ाई हो रही है. आईडीएफ (इजराइल डिफेंस फोर्स) गाजा के जर्रे-जर्रे पर बम बरसा रही है. गाजा का सघन इलाका इजराइली बमों से मलबे में तब्दील हो गया है. हर तरफ चीख पुकार मची है. ईरान गाजा पर इजराइल के हमले का शुरू से ही विरोध कर रहा है. खुले तौर पर तो नहीं लेकिन पर्दे के पीछे से वो हमास के लड़ाकों को लगातार हथियार सप्लाई करता रहा है. ईरानी हथियार के दम पर हमास के लड़ाके इजराइल की सेना से इतने दिनों तक लोहा ले रहे हैं. लेकिन इस बार इजराइल के खिलाफ ईरान सीधे युद्ध में कूदने पर विचार कर रहा है.
अमेरिकी खुफिया विभाग ने दी रिपोर्ट
अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि ईरान आने वाले दिनों में इजराइल के सैन्य ठिकानों और सरकार से जुड़ी जगहों पर हमला कर सकता है. रिपोर्ट में यह भी दावा किया जा रहा है कि ईरान अपने अत्याधुनिक ड्रोन या बैलिस्टिक मिसाइलों के जरिये हमला कर सकता है. हालांकि अमेरिकी खुफिया रिपोर्ट में यह दावा नहीं किया गया है कि ईरान सीधे हमला करेगा या छद्म युद्ध के जरिये इजराइल से बदला लेने की कोशिश करेगा. इसी कड़ी में ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट ने खुलासा किया है कि ईरान इजराइल के सैन्य और सरकारी ठिकानों पर हमला कर सकता है. इजराइल के कई और अहम ठिकानों को निशाना बना सकता है.
क्यों हमला करने पर आमादा है ईरान
ईरान इजराइल पर हमले की योजना बना रहा है और योजना पर गंभीरता से विचार कर रहा है. लेकिन अब सवाल है कि इजराइल से क्यों ईरान इतना नाराज है कि हमला करने पर आमादा हो गया है. दरअसल, इजराइल और ईरान के बीच बढ़े तनाव के पीछे का कारण सीरिया की राजधानी दमिश्क में एक हवाई हमला है. हवाई हमला ईरानी वाणिज्य दूतावास पर हुआ था. इस हमले में ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स के अल-कुद्स बल के एक वरिष्ठ कमांडर सहित कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई. इस मौत के ईरान बौखला गया है, और हमले का आरोप इजराइल पर लगाते हुए जवाबी कार्रवाई की तैयारी कर रहा है. हालांकि ईरान के आरोपों से इतर इजराइल हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है. वहीं ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई का कहना है कि इजराइल को उसके ऑपरेशन के लिए सजा मिलनी चाहिए. ईरान दमिश्क पर हुए हमले को ईरान पर हमला मान रहा है.
ईरान में हो रहा है जोरदार प्रदर्शन
दमिश्क पर हुए हवाई हमले में मारे गए रिवोल्यूशनरी गार्ड के सदस्यों के समर्थन में बीते दिनों ईरान की राजधानी तेहरान में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतरे और विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान इजराइल और अमेरिका के खिलाफ लोगों ने नारेबाजी भी की. तेहरान के अलावा ईरान के कई और शहरों में भी इसी तरह के प्रदर्शन हो रहे हैं. ईरान में लगातार हो रहे प्रदर्शन के कारण ईरान की सत्ता पर जवाबी हमला करने का दबाव बढ़ रहा है. रिवोल्यूशनरी गार्ड के कमांडर जनरल हुसैन सलामी ने लोगों को आश्वासन दिया है कि इजराइल के हर हमले का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा.
युद्ध के लिए इजराइल भी तैयार, रद्द की सैनिकों की छुट्टियां
इजराइल पर हमला करने की ईरान योजना बना रहा है तो इजराइल ने भी युद्ध के लिए कमर कस ली है. ईरान से बढ़ते टेंशन को देखते हुए इजराइल ने अपने सैनिकों की छुट्टियां कैंसिल कर दी है. इसके अलावा आईडीएफ ने अपने रिजर्व सैनिकों को भी वापस बुला लिया है. शेल्टरों को फिर से खोल दिया गया है. कुल मिलाकर एक और मोर्चे पर जंग लड़ने के लिए इजराइल ने भी तैयारी कर ली है.
इजरायल की रक्षा के लिए अमेरिका हमेशा तैयार- बाइडेन
उधर अमेरिका ने ईरान से इजराइल पर हमले से बचने को कहा है. अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन से मीडिया से बात करते हुए शनिवार को कहा कि ईरान जल्द से जल्द इजराइल पर हमला कर सकता है. उन्होंने ईरान को हमले से बचने की सलाह दी है. इसके अलावा मीडिया से बात करने के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि अमेरिका इजरायल की रक्षा के लिए हमेशा से समर्पित है. उन्होंने कहा कि हम इजरायल की रक्षा के लिए हैं. उन्होंने कहा कि इजराइल की मदद करने के लिए अमेरिका हमेशा तैयार था और आगे भी रहेगा.
भारत ने जारी की एडवाइजरी
खाड़ी क्षेत्र में ईरान और इजराइल के बीच जारी तनातनी के बीच कई देशों ने अपने नागरिकों के लिए एडवाइजरी जारी की है. भारत ने भी तनाव भरे हालात को देखते हुए अपने नागरिकों से ईरान या इजराइल की यात्रा नहीं करने को कहा है. विदेश मंत्रालय ने एक परामर्श में ईरान और इजराइल में रहने वाले भारतीयों के लिए एडवाइजरी में कहा गया है कि अपनी सुरक्षा को लेकर सतर्क रहें. भारत ने अपने नागरिकों से कहा है कि फिलहाल इजराइल या ईरान की यात्रा न करें. इसके साथ ही जो लोग ईरान या इजराइल में रह रहे हैं वे वहां स्थित भारतीय दूतावास से संपर्क में रहें और अपना पंजीकरण भी करा लें. भारत के अलावा ब्रिटेन, फ्रांस, इटली समेत कई और देशों ने एडवाइजरी जारी की है.
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