Lockdown in China: चीन में अभी भी कोरोना से हालात नहीं सुधर सके हैं. हालांकि, दैनिक कोविड के मामलों में कमी दर्ज होने संबंधी खबरें भी सामने आ रही हैं. बावजूद इसके अभी भी देश में बीते करीब एक हफ्ते के दौरान हैनान, तिब्बत और शिनजियांग में हजारों पर्यटकों के फंसे होने की चिंता के बीच 18 हजार से ज्यादा कोरोना के मामलों की सूचना दी है. इन सभी का असर चीन की अर्थव्यवस्था पर भी दिखा है. जिसको लेकर अब एक बार फिर से चर्चा तेज हो गई है कि कोरोना वायरस चीन को टेंशन दे रहा है.
चीनी अर्थव्यवस्था पर चिंताओं के बीच, झेजियांग प्रांत के यिवू शहर में व्यापार संबंधी व्यवधान जारी है, क्योंकि हजारों ई-कॉमर्स व्यापारियों ने कथित तौर पर डिलीवरी को निलंबित कर दिया था, जब शहर कोविड-19 लॉकडाउन में चला गया था. सीजीटीएन के अनुसार, स्थानीय प्रशासन ने कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण शहर में लॉकडाउन का निर्णय लिया था. इस बीच, चीन में कथित आर्थिक मंदी का असर बैंकों और प्रांतीय सरकारों पर दिखा है. इसी के मद्देनजर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था पर बड़े प्रभाव की धमकी दी गई है. जुलाई में चीन की फैक्ट्री-गेट मुद्रास्फीति पिछले साल फरवरी के बाद से सबसे निचले स्तर पर पहुंच गई है.
इससे पहले चीनी प्रधानमंत्री ली केकियांग ने दक्षिणी प्रौद्योगिकी केंद्र शेनझेन का दौरा किया था और आर्थिक सुधार के लिए तत्काल कदम उठाए जाने का आग्रह किया था. कुछ अनुमानों के अनुसार, रियल एस्टेट चीन की आर्थिक गतिविधियों का लगभग एक-तिहाई हिस्सा चलाता है और घरेलू संपत्ति का लगभग 70 प्रतिशत आवास के लिए है, जो इसे अधिकांश चीनी लोगों के लिए सबसे महत्वपूर्ण निवेश बनाता है. बताया जा रहा है कि शी की शून्य-कोविड नीति बहुत विफल रही है.
प्रतिबंधों और अचानक से लॉकडाउन लागू करने से चीन में हजारों की संख्या में पर्यटक फंसे हुए हैं. चीन में नए क्षेत्रों में कोरोनावायरस संक्रमण फैल रहा है, जबकि पुराने संक्रमित क्षेत्र हॉटस्पॉट बने हुए हैं. सार्वजनिक आवाजाही पर प्रतिबंध के कारण आजीविका को नुकसान पहुंचा है. एशियन लाइट इंटरनेशनल ने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण चीन के नए क्षेत्रों में फैल रहा है, जिससे लोग असहाय हो रहे हैं. अचानक से लॉकडाउन लागू होने के कारण अब हजारों की संख्या में पर्यटक फंसे हुए हैं. विडंबना यह है कि चीन ने पहली बार घोषणा की थी कि देश 2021 की शुरुआत में कोविड -19 से मुक्त था.
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