पाकिस्तान में हुए आम चुनाव के परिणामों की घोषणा में देरी हो रही है जिसके बाद लगातार बयानबाजी का दौर जारी है. इमरान खान की पार्टी ने चुनाव परिणाम में धांधली का आरोप लगाया है. चुनाव के रिजल्ट में देरी के बीच पीटीआई समर्थक अलग-अलग शहरों में प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं. बताया जा रहा है कि देर रात आए चुनाव के शुरुआती रुझानों में इमरान समर्थक उम्मीदवार आगे चल रहे थे. इसके बाद पाकिस्तान में चुनाव आयोग ने नतीजे जारी करने में देरी की जिसने कई सवाल खड़े कर दिए हैं.
बेईमानी से जीते नवाज शरीफ?
इस बीच खबर है कि पाकिस्तान चुनाव में वहां के पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने 55 हजार वोटों से जीत दर्ज की है. उनकी पार्टी को शुरुआती रुझान में बढ़त नहीं मिली थी. उनके खिलाफ पीटीआई समर्थक यासमीन रशीद चुनावी मैदान में थीं. दोनों के बीच 55,981 वोटों का अंतर रहा. देर रात तक इस सीट से यासमीन लीड करतीं नजर आ रहीं थीं. शरीफ की जीत के बाद पीटीआई ने सवाल खड़े किये हैं. सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर पार्टी ने लिखा कि कुल वैध मतों की संख्या डाले गए कुल मतों की संख्या से अधिक है. जनता का जनादेश चुराने के लिए नवाज शरीफ को खुद पर शर्म आनी चाहिए. इस पोस्ट के साथ पीटीआई ने एक पेपर की कटिंग शेयर की है जो चुनाव परिणाम को दर्शा रहा है.
The number of total valid votes is greater than total number of votes casted.
Nawaz Sharif should be ashamed of himself for stealing public mandate. #مینڈیٹ_پر_ڈاکا_نامنظور pic.twitter.com/D0ei6ljAbE
— PTI (@PTIofficial) February 9, 2024
हारा आतंकी हाफिज सईद का बेटा
इस बीच आपको बता दें कि मुंबई में 2008 के आतंकवादी हमलों के सरगना हाफिज सईद का नाम भी चुनाव के दौरान आया. आतंकी हाफिज सईद के प्रतिबंधित संगठनों का नया चेहरा माना जा रहा ‘पाकिस्तान मरकाजी मुस्लिम लीग’ नामक नया राजनीतिक दल चुनावी मैदान में इस बार नजर आया. हालांकि आतंक के इस चेहरे को जनता ने नकार दिया है. खबर आ रही है कि आतंकी हाफिज सईद का बेटा तल्हा लाहौर से चुनाव हार चुका है. मीडिया रिपोर्ट में खबरें आईं थीं कि पाकिस्तान के कई शहरों से नामांकित कुछ उम्मीदवार हाफिज सईद के रिश्तेदार हैं. या नहीं तो इनका पूर्व में प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा, जमात-उद-दावा या मिल्ली मुस्लिम लीग से संबंध रह चुका है.