Imran Khan Case: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान पर सुप्रीम कोर्ट के एक वकील की हत्या के मामले में एंटी टेररिज्म लॉ के तहत मामला दर्ज किया गया है. उनकी पार्टी ने इस बात की जानकारी दी. वकील अब्दुल रज्जाक शर की मंगलवार को बलूचिस्तान प्रांत की राजधानी क्वेटा में अज्ञात हमलावरों द्वारा गोली मारकर उस वक्त हत्या कर दी गई जब वह प्रांतीय हाई कोर्ट जा रहे थे. शर के बेटे सिराज अहमद ने मंगलवार को प्राथमिकी दर्ज कराई और आरोप लगाया कि उनके पिता की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के अध्यक्ष खान के इशारे पर हत्या की गई.
पीटीआई पार्टी ने व्हाट्सएप मैसेज में पुष्टि की कि 70 वर्षीय खान का नाम शहर के शहीद जमील काकड़ पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी में है. पार्टी के तरफ से शेयर की गई प्राथमिकी की कॉपी के अनुसार, शिकायतकर्ता ने पुलिस को बताया कि उसके पिता ने खान के खिलाफ मामला दर्ज कराया था और उन्हें धमकियां मिल रही थीं. उन्होंने कहा, मैंने प्राथमिकी में इमरान खान का नाम इसलिए लिया है क्योंकि मेरे पिता को उनके कहने पर धमकियां दी जा रही थीं. शर ने खान और पूर्व डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी के खिलाफ बलूचिस्तान हाई कोर्ट में आर्टिकल 6 के तहत कार्यवाही के लिए एक संवैधानिक याचिका दायर की थी, जो अप्रैल 2022 में नेशनल असेंबली को अवैध रूप से भंग करने के लिए उच्च राजद्रोह से संबंधित थी. उस समय संयुक्त विपक्ष ने पीटीआई सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था.
इससे पहले, प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के सहयोगी अताउल्लाह तरार ने आरोप लगाया था कि देशद्रोह के एक मामले में जवाबदेही से बचने के लिए खान के इशारे पर शर की हत्या की गई थी. पीटीआई के प्रवक्ता रऊफ हसन ने दावे को खारिज करते हुए इसके बजाय प्रधानमंत्री शरीफ और गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह पर हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया.