जिस देश ने भारत को करीब 200 सालों तक गुलाम बना कर रखा था, अब उसी देश में शासन की बागडोर एक भारतवंशी संभाल रहा है. पूरे देश के लिए यह जितने गर्व की बात है उससे कहीं अधिक इसे मायने है. इस नयी पहल से भारत और ब्रिटेन के बीच रिश्तों की नई सेतु बनी है. तो वहीं, उनके पीएम बनने के साथ ब्रिटेन में भी भारतीय का कद बढ़ेगा.
भारत के साथ संबंध: जिस दौर में सुनक लिज ट्रेस के साथ पीएम पद का मुकाबला कर रहे थे उसी समय उन्होंने साफ कर दिया था कि भारत के साथ संबंध को लेकर उनका क्या रुख रहेगा. उन्होंने कहा था कि हम जानते हैं ब्रिटेन और भारत का संबंध महत्वपूर्ण हैं. हम अपने दोनों देशों के बीच जीवंत सेतु का प्रतिनिधित्व करते हैं.
सुनक ने कही थी ये बात: सुनक ने कहा था कि वो चाहते हैं कि ब्रिटेन भारत से सीखे. सुनक ने कहा था कि भारत के साथ ब्रिटेन का दो तरफा संबंध है. ऐसे में वो चाहते है कि हमारी कंपनियां और भारतीय कंपनियों के लिए एक-दूसरे के साथ काम करना आसान हो. उन्होंने दोनों देशों के बीच के रिश्ते में और मधुरता और पारदर्शिता की वकालत की थी. ऐसे में अब जब सुनक इंग्लैंड के पीएम बन चुके हैं तो उम्मीद की जा रही है कि दोनों देशों के आपसी रिश्ते और मजबूत होंगे.
नारायण मूर्ति के दामाद हैं सुनक: ऋषि सुनक सुनक का जन्म हैंपशायर में हुआ था. ब्रिटेन में ही उनकी शिक्षा दीक्षा हुई, लेकिन वो भारतीय मूल के हैं. और भारतीयता उनमें दिखती भी है. इसके अलावा भारत से उनकी एक और खास रिश्ता है. ऋषि सुनक भारतीय सॉफ्टवेयर कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति के दामाद हैं. नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति सुनक की पत्नी हैं.