Sri Lanka Crisis: आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका के पास सिर्फ एक दिन का पेट्रोल बचा है. राष्ट्र के नाम संबोधन में नवनियुक्त प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने सोमवार को इस बात की जानकारी दी. उन्होंने कहा कि आने वाले कुछ महीने हम सभी के लिए बहुत ही ज्यादा मुश्किल होने वाले हैं. उन्होंने कहा कि सभी को कुछ त्याग करने के लिए तैयार रहना होगा और इस दौरान चुनौतियां का सामना करने के लिए भी कमर कस लें.
राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने नाइट कर्फ्यू का किया एलान
इधर, राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने देश में नाइट कर्फ्यू लगाने का एलान किया है. यह सोमवार रात आठ बजे से मंगलवार सुबह पांच बजे तक, यानी नौ घंटे लागू रहेगा. यह फैसला सोमवार सुबह लिया गया. इसके बाद देर शाम प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे ने देश को संबोधित किया और ताजा हालात की तस्वीर सामने रखी.
खास बातें:
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विक्रमसिंघे ने मांगा राष्ट्रपति राजपक्षे का इस्तीफा
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सरकारी विमानन कंपनी श्रीलंकन एयरलाइंस के निजीकरण का प्रस्ताव
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तीन ऑयल टैंकर कोलंबो पोर्ट पर खड़े हैं, डॉलर्स में पेमेंट नहीं कर सकने के कारण नहीं मिल पा रहा पेट्रोल- डीजल
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विक्रमसिंघे ने लोगों से दो महीने का मांगा साथ, कहा- 14 लाख कर्मचारियों को सैलरी देने के लिए फंड्स नहीं हैं
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आंदोलनकारियों के समर्थन में उतरे विक्रमसिंघे, संकट के लिए राजपक्षे को बताया जिम्मेदार, मांग रहे हैं इस्तीफा
राष्ट्रपति की शक्तियों में होगी कटौती
रानिल विक्रमसिंघे ने कहा कि राष्ट्रपति की शक्तियों पर अंकुश लगाने के लिए संविधान में 21वें संशोधन किया जायेगा. पीएम ने इसके लिए सोमवार को अटॉर्नी जनरल के विभाग के साथ चर्चा की, ताकि इसे मंजूरी के लिए मंत्रिमंडल के पास भेजा जा सके. चर्चा के बाद संविधान के 21वें संशोधन से 20ए रद्द होने की संभावना है, जो 19वें संशोधन के निरस्त होने के बाद राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को असीमित शक्तियां देता है.
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Posted by: Pritish Sahay