रूसी भाड़े के सैनिक समूह के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन को जहर दिए जाने की संभावना की आशंका के बीच अमरीकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चुटकी ली है. उन्होंने कहा है कि वो जो भी खाते हैं उसके प्रति बेहद सजग रहते हैं. आपको बताएं कि, 24 जून को दक्षिणी रूसी शहर रोस्तोव छोड़ने के बाद से प्रिगोझिन को सार्वजनिक रूप से नहीं देखा गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार को कहा कि अमेरिका को भी नहीं पता है कि प्रिगोझिन कहां है, लेकिन उन्होंने मजाक में कहा कि भाड़े के प्रमुख को जहर दिया जा सकता है. व्हाइट हाउस के अनुसार, बाइडन ने कहा कि अगर मैं उनकी जगह होता, तो मैं सावधान रहता कि मैंने क्या खाया. मैं अपने मेनू पर नजर रखता. उन्होंने आगे कहा, लेकिन सब मजाक कर रहे हैं… मुझे नहीं लगता कि हममें से कोई भी निश्चित रूप से जानता है कि रूस में प्रिगोझिन का भविष्य क्या है
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि उन्होंने निजी सैन्य समूह ‘वैगनर’ के सैनिकों को एक ही अधिकारी के नेतृत्व में एक इकाई के रूप में काम करना जारी रखने का विकल्प दिया था. उन्होंने कहा कि पिछले महीने समूह ने विद्रोह करने के पांच दिन बाद उनसे मुलाकात की थी और उस दौरान उन्होंने यह विकल्प दिया था. पुतिन ने समाचार पत्र ‘कोमर्सेंट’ को 29 जून को हुए अपने उस कार्यक्रम के बारे में बताया जिसमें सैन्य समूह ‘वैगनर’ के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन सहित वैगनर के 35 कमांडर ने भाग लिया था. पुतिन ने बताया कि उन्होंने उनसे यूक्रेन में उनकी कार्रवाई और उनके विद्रोह के बारे में बात की थी और उन्हें भविष्य की सेवा के लिए विभिन्न विकल्पों की पेशकश की थी. उन्होंने कहा कि वे सभी एक जगह एकत्रित होकर अपनी सेवा दे सकते हैं.
पुतिन ने पहले कहा था कि ‘वैगनर’ सैनिकों को यह तय करना होगा कि वे रूसी रक्षा मंत्रालय के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर करें, पड़ोसी देश बेलारूस चले जाएं या सेवानिवृत्त हो जाएं. उन्होंने बताया कि जब उन्होंने अपना प्रस्ताव रखा था तो ‘‘कई लोगों ने इस संबंध में सहमति जताई थी’’ लेकिन प्रिगोझिन ने इस विचार को खारिज कर दिया था और कहा था कि ‘‘सैनिक इस तरह के फैसले से सहमत नहीं होंगे.’’ पुतिन ने कहा है कि निजी सैन्य समूह ‘वैगनर’ कानूनी इकाई के रूप में अस्तित्व में ही नहीं है. उन्होंने कहा, ‘‘निजी सैन्य संगठनों के संबंध में कोई कानून नहीं है. इसका अस्तित्व ही नहीं है.
आपको बताएं कि, वैगनर के सैनिकों ने 23 और 24 जून को 24 घंटे से भी कम समय तक विद्रोह किया था और इस दौरान वे दक्षिणी रूसी शहर रोस्तोव-ऑन-डॉन में घुस गये थे और वहां सैन्य मुख्यालय पर कब्जा कर लिया था. रूसी रक्षा मंत्रालय ने बुधवार को कहा था कि वैगनर सैनिक रूसी सेना को अपने हथियार सौंपने में लगे हैं
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने शुक्रवार को पत्रकारों के साथ कॉन्फ्रेंस कॉल में ‘वैगनर’ के भविष्य के बारे में विस्तार से बताने से इनकार कर दिया. प्रिगोझिन ने विद्रोह को रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगु और जनरल स्टॉफ प्रमुख जनरल वालेरी गेरासिमोव को हटाने के लिए ‘‘न्याय का मार्च’’ बताया था, जिन्होंने मांग की थी कि वैगनर एक जुलाई तक रक्षा मंत्रालय के साथ अनुबंध पर हस्ताक्षर करें.
प्रिगोझिन ने अपने और अपने लोगों के लिए माफी और बेलारूस जाने की अनुमति के बदले में विद्रोह को समाप्त करने के वास्ते एक समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद अपने सैनिकों को उनके शिविरों में वापस जाने का आदेश दिया था. बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको ने कहा है कि प्रिगोझिन रूस में हैं जबकि वैगनर की सेना अपने शिविरों में हैं. उन्होंने शिविरों के स्थान के बारे में नहीं बताया लेकिन प्रिगोझिन के सैनिकों ने विद्रोह से पहले पूर्वी यूक्रेन में रूसी सेनाओं के साथ लड़ाई लड़ी थी और उनके रूस में भी अड्डे हैं.