प्रधानंमत्री नरेंद्र मोदी, पीएमओ, राष्ट्रपति भवन समेत अमेरिका के भारत और भारत के अमेरिका स्थित दूतावास के अधिकारिक द्वीटर हैंडल को अनफॉलो करने की वजह के बारे में व्हाइट हाउस ने जानकारी दी है. दरअसल व्हाइट हाउस ने बताया कि जब भी अमेरिकी राष्ट्रपति किसी देश की यात्रा करते हैं, तब बहुत ही कम समय के लिए व्हाइट हाउस मेजबान देशों के अधिकारियों के ट्वीटर अकाउंट को फॉलो करता है. ताकि यात्रा के लिए अधिक से अधिक संख्या में जन समर्थन जुटाया जा सके. फरवरी के अंतिम सप्ताह में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की भारत यात्रा के दौरान, व्हाइट हाउस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल – @WhiteHouse – ने राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी, प्रधान मंत्री कार्यालय के ट्वीटर अकाउंट को फॉलो करना शुरू किया था.
इससे पहले व्हाइट हाउस ने न केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अनफॉलो कर दिया था. बल्कि प्रधानमंत्री कार्यालय, राष्ट्रपति भवन, अमेरिका में भारतीय दूतावास और भारत में अमेरिकी दूतावास का ट्विटर अकाउंट हो भी अनफॉलो कर दिया था. इसके अलावा भारत में अमेरिका के राजदूत केन जस्टर को भी व्हाइट हाउस ने अनफॉलो कर दिया था
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मालूम हो अमेरिका को जब कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन दवा की सबसे अधिक जरूरत थी, तो भारत ने आगे बढ़कर उसकी मदद की थी, जब अमेरिका का मतलब सध गया है तो लगभग तीन हफ्ते बाद व्हाइट हाउस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्विटर हैंडल को अनफॉलो कर दिया. इसके बाद से ही कई प्रकार के उठने लगे थे.
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने व्हाइट हाउस की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई को अनफॉलो किये जाने को गंभीरता से लिया था. इसके बाद इस मामले पर उन्होंने ट्वीट कर इस मुद्दे पर खेद प्रकट किया था. पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर नाराजगी जताते हुए इस मुद्दे को विदेश मंत्रायल को संज्ञान में लेने की मांग की थी. उन्होंने ट्वीट किया और लिखा, ‘व्हाइट हाउस द्वारा हमारे राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को अनफॉलो किये जाने पर मैं निराश हूं, मैं अपील करता हूं कि विदेश मंत्रालय इस फैसले का संज्ञान ले’.